
President Draupadi Murmu ने सोमवार को कहा कि महिलाएं देश के नागरिक विमानन क्षेत्र में कई संचालन और तकनीकी क्षेत्रों में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही हैं। राष्ट्रपति भवन में भारतीय विमानन क्षेत्र की सफल महिलाओं के एक समूह के साथ बातचीत के दौरान, उन्होंने यह भी कहा कि इस क्षेत्र में आगे बढ़ने के लिए महिलाओं की भागीदारी बढ़ाने के साथ-साथ समान अवसरों की आवश्यकता है।
महिलाओं की भागीदारी बढ़ाने की आवश्यकता
राष्ट्रपति मुर्मू ने कहा, “हमारे विमानन उद्योग में महिलाओं की भागीदारी को बढ़ाने की जरूरत है, लेकिन इसके लिए समान अवसर भी आवश्यक हैं।” उन्होंने यह स्पष्ट किया कि महिलाओं को न केवल नौकरी के लिए तैयार किया जाना चाहिए, बल्कि उन्हें ऐसे अवसर भी प्रदान किए जाने चाहिए जिनसे वे अपने कौशल का प्रदर्शन कर सकें। राष्ट्रपति ने कहा कि महिलाओं को विमानन क्षेत्र में सक्रिय रूप से शामिल किया जाना चाहिए, जिससे यह सुनिश्चित हो सके कि उनकी प्रतिभा का सही तरीके से उपयोग किया जा सके।
शिक्षा और पारिवारिक समर्थन का महत्व
इस अवसर पर, राष्ट्रपति ने शिक्षा और उचित प्रशिक्षण के साथ-साथ पारिवारिक सदस्यों के समर्थन के महत्व पर भी जोर दिया। राष्ट्रपति कार्यालय द्वारा जारी एक बयान में कहा गया है, “कई बार देखा जाता है कि महिलाएं उच्च शिक्षा प्राप्त करने के बावजूद पारिवारिक समर्थन की कमी के कारण अपने सपनों को पूरा नहीं कर पातीं।” उन्होंने सफल महिलाओं से अनुरोध किया कि वे अन्य महिलाओं के लिए मार्गदर्शक बनें और उन्हें अपने करियर चुनने और अपने सपनों को साकार करने के लिए प्रोत्साहित करें।
नागरिक विमानन क्षेत्र में महिलाओं की स्थिति
राष्ट्रपति मुर्मू ने कहा, “भारत के नागरिक विमानन क्षेत्र में महिलाएं विभिन्न संचालन और तकनीकी क्षेत्रों में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही हैं।” उन्होंने बताया कि वर्तमान में 15 प्रतिशत एयर ट्रैफिक कंट्रोलर महिलाएं हैं, 11 प्रतिशत फ्लाइट डिस्पैचर्स और 9 प्रतिशत एयरोस्पेस इंजीनियर्स महिलाएं हैं। उन्होंने यह भी कहा कि पिछले वर्ष जिन पायलटों ने वाणिज्यिक लाइसेंस प्राप्त किया, उनमें 18 प्रतिशत महिलाएं थीं।
सफल महिलाओं की सराहना
राष्ट्रपति ने उन सभी महिला उद्यमियों की सराहना की, जो नवीन विचारों के साथ आगे बढ़ती हैं और नए रास्ते अपनाने का साहस करती हैं। उन्होंने कहा कि सरकारी प्रयासों के समावेशी प्रयासों ने नागरिक विमानन क्षेत्र में महिलाओं की प्रगति को बढ़ावा दिया है। उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि अब और अधिक महिलाएं विमानन को अपने करियर के रूप में चुन रही हैं।
सरकार का समावेशी प्रयास
इस बैठक का आयोजन ‘राष्ट्रपति के साथ लोग’ पहल के तहत किया गया, जिसका उद्देश्य लोगों के साथ गहरा संबंध स्थापित करना और उनकी योगदान की पहचान करना है। राष्ट्रपति ने यह बताया कि कैसे सरकार ने विभिन्न योजनाओं और नीतियों के माध्यम से महिलाओं की भागीदारी को बढ़ावा देने का प्रयास किया है। उन्होंने बताया कि यह महत्वपूर्ण है कि महिलाएं अपने सपनों को पूरा करने के लिए सक्षम हों और समाज में समानता की दिशा में आगे बढ़ें।
आगे की चुनौतियां
हालांकि, राष्ट्रपति ने यह भी स्पष्ट किया कि महिलाएं नागरिक विमानन में समान अवसर प्राप्त करने के लिए संघर्ष कर रही हैं। उन्हें तकनीकी क्षेत्रों में समानता के लिए कई चुनौतियों का सामना करना पड़ता है, जिसमें पारिवारिक दायित्व, समाजिक मानदंड, और पेशेवर बाधाएं शामिल हैं। राष्ट्रपति ने यह सुझाव दिया कि इन चुनौतियों का सामना करने के लिए सामूहिक प्रयासों की आवश्यकता है।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू का यह बयान नागरिक विमानन क्षेत्र में महिलाओं की बढ़ती भूमिका को दर्शाता है। यह स्पष्ट है कि यदि महिलाओं को उचित अवसर और समर्थन मिलते हैं, तो वे न केवल अपने सपनों को पूरा कर सकती हैं बल्कि समाज के विकास में भी महत्वपूर्ण योगदान दे सकती हैं।
भारत में नागरिक विमानन क्षेत्र में महिलाओं की भागीदारी बढ़ाने के लिए आवश्यक कदम उठाने होंगे। सरकार, समाज और परिवारों को मिलकर यह सुनिश्चित करना होगा कि महिलाएं अपने सपनों को साकार करने के लिए स्वतंत्र और समर्थ हों। राष्ट्रपति मुर्मू का यह संदेश न केवल महिलाओं के लिए प्रेरणादायक है बल्कि यह सभी के लिए एक स्पष्ट संकेत है कि जब हम सभी को समान अवसर प्रदान करते हैं, तो हम एक बेहतर और समृद्ध समाज की दिशा में बढ़ सकते हैं।
आने वाले समय में, हम यह देखेंगे कि कैसे महिलाएं नागरिक विमानन में अपने योगदान के साथ-साथ अन्य क्षेत्रों में भी अपनी पहचान बना रही हैं। उनका संघर्ष और सफलता सभी के लिए प्रेरणा स्रोत बनेगी।