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Crime: गोवा हवाई अड्डे पर रूसी नागरिक गिरफ्तार, जुराबों में छिपाकर ले जा रहा था प्रतिबंधित इलेक्ट्रॉनिक सिगरेट

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Crime: गोवा के मनोहर अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर एक रूसी नागरिक को गिरफ्तार किया गया है, जब वह भारत से अपने देश लौटने के लिए हवाई जहाज में चढ़ने वाला था। आरोपी के पास भारतीय कानून द्वारा प्रतिबंधित इलेक्ट्रॉनिक सिगरेट पाई गई, जिससे उसे गिरफ्तार किया गया। यह घटना न केवल एक अंतरराष्ट्रीय नागरिक की गिरफ्तारी से जुड़ी है, बल्कि यह भारत में इलेक्ट्रॉनिक सिगरेट के इस्तेमाल और अवैध व्यापार पर नियंत्रण रखने के प्रयासों को भी उजागर करती है।

रूसी नागरिक की गिरफ्तारी का कारण

हवाई अड्डे पर एक अधिकारी ने इस घटना के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि रूसी नागरिक एरोशकिन अलेक्जेई को भारत के प्रतिबंधित इलेक्ट्रॉनिक सिगरेट के साथ गिरफ्तार किया गया है। यह घटना उस समय हुई जब अलेक्जेई रूस जाने के लिए विमान में चढ़ने वाले थे। पुलिस के अनुसार, अलेक्जेई के पास से कई इलेक्ट्रॉनिक सिगरेट बरामद हुईं, जो भारतीय कानून के तहत अवैध हैं।

भारत सरकार ने 2019 में इलेक्ट्रॉनिक सिगरेट के निर्माण, बिक्री और उपयोग पर प्रतिबंध लगा दिया था, जिसके बाद ऐसे उत्पादों का देश में प्रवेश भी अवैध हो गया है। इसलिए, यह घटना उस प्रयास का हिस्सा है जिसमें भारतीय कानून व्यवस्था इलेक्ट्रॉनिक सिगरेट और अन्य नशीले पदार्थों के अवैध व्यापार को नियंत्रित करने की कोशिश कर रही है।

Crime: गोवा हवाई अड्डे पर रूसी नागरिक गिरफ्तार, जुराबों में छिपाकर ले जा रहा था प्रतिबंधित इलेक्ट्रॉनिक सिगरेट

जुराबों में छिपाकर ले जा रहा था इलेक्ट्रॉनिक सिगरेट

अलेक्जेई ने हवाई अड्डे पर जो इलेक्ट्रॉनिक सिगरेट ले जाई, वह उसकी जुराबों में छिपाकर रखी गई थी। यह दिखाता है कि आरोपी ने जानबूझकर भारत में प्रतिबंधित वस्तु को देश से बाहर ले जाने की कोशिश की थी। Central Industrial Security Force (CISF) के कर्मचारी ने जब उसकी जाँच की, तो सिगरेट बरामद हुई और शिकायत पुलिस में दर्ज करवाई गई।

यह घटना यह भी दिखाती है कि जब भी किसी व्यक्ति को अंतरराष्ट्रीय यात्रा के लिए एयरपोर्ट पर चेक किया जाता है, तो उन्हें अपने सामान के संबंध में पूरी जानकारी देनी होती है। इलेक्ट्रॉनिक सिगरेट जैसे प्रतिबंधित उत्पादों के बारे में जानबूझकर जानकारी छिपाना न केवल कानून का उल्लंघन है, बल्कि यह सुरक्षा के दृष्टिकोण से भी बेहद गंभीर मामला है।

सीआईएसएफ और पुलिस का कार्रवाई में योगदान

केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (CISF) ने इस घटना में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। CISF हवाई अड्डे पर सुरक्षा के जिम्मेदार है, और वे नियमित रूप से यात्रियों और उनके सामान की जांच करते हैं। CISF के कर्मी ने आरोपी की जाँच के दौरान जुराबों में छिपाकर रखी गई इलेक्ट्रॉनिक सिगरेट को बरामद किया, जिसके बाद आरोपी के खिलाफ कार्रवाई शुरू हुई।

पुलिस ने शिकायत प्राप्त करने के बाद आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज किया और मामले की जांच शुरू कर दी है। पुलिस का कहना है कि मामले में आगे की कार्रवाई की जाएगी और आरोपी के खिलाफ उचित कानूनी कार्रवाई की जाएगी। यह घटना भारतीय सुरक्षा बलों की चौकस नजर और त्वरित कार्रवाई को दर्शाती है, जिससे किसी भी प्रकार के अवैध पदार्थों की तस्करी को रोका जा सके।

इलेक्ट्रॉनिक सिगरेट पर भारत में प्रतिबंध

भारत सरकार ने 2019 में इलेक्ट्रॉनिक सिगरेट पर प्रतिबंध लगाया था, जिसके बाद इनके निर्माण, बिक्री और उपयोग पर सख्ती से रोक लगाई गई। सरकार का मानना है कि इन उत्पादों से युवाओं और बच्चों को धूम्रपान की लत लगने का खतरा है। इलेक्ट्रॉनिक सिगरेट में निकोटिन जैसी नशीली सामग्री होती है, जो स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है।

इस प्रतिबंध के बाद, भारतीय सीमा में इलेक्ट्रॉनिक सिगरेट का अवैध व्यापार बढ़ गया है। ऐसे उत्पादों को अवैध तरीके से आयात किया जाता है, जिससे युवाओं में इसका इस्तेमाल बढ़ता जा रहा है। भारत सरकार ने इसके खिलाफ सख्त कदम उठाए हैं और विदेशों से इनका आयात रोकने के लिए सीमा शुल्क विभाग, पुलिस और अन्य सुरक्षा एजेंसियों के साथ मिलकर काम कर रही है।

नैतिक और कानूनी पहलु

अलेक्जेई का इस प्रकार की प्रतिबंधित सामग्री को छिपाकर ले जाना यह बताता है कि कैसे कुछ लोग देश के कानूनों की अनदेखी करते हुए अवैध उत्पादों को लाने की कोशिश करते हैं। ऐसे मामलों में अक्सर आरोपी यह दावा करते हैं कि उन्हें कानून की जानकारी नहीं थी, लेकिन यह एक गंभीर अपराध है।

भारतीय कानून के अनुसार, प्रतिबंधित वस्तुओं की तस्करी करने वाले व्यक्तियों को कड़ी सजा दी जा सकती है, जिसमें जुर्माना और जेल की सजा भी शामिल है। इस प्रकार के मामलों में पुलिस और सुरक्षा एजेंसियों की सक्रियता महत्वपूर्ण है, क्योंकि इससे न केवल अवैध व्यापार पर नियंत्रण पाया जाता है, बल्कि यह संदेश भी जाता है कि भारत में किसी भी अवैध गतिविधि को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।

यह घटना न केवल भारतीय कानून के प्रति निष्ठा का प्रतीक है, बल्कि यह सुरक्षा बलों की तत्परता और कड़ी निगरानी का भी उदाहरण है। एरोशकिन अलेक्जेई जैसे व्यक्ति को यह समझना चाहिए कि कानून का उल्लंघन करना केवल व्यक्तिगत नुकसान नहीं बल्कि देश की सुरक्षा और स्वास्थ्य के लिए भी खतरे का कारण बन सकता है।

भारत में इलेक्ट्रॉनिक सिगरेट पर प्रतिबंध, स्वास्थ्य के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है, और ऐसे मामलों में कड़ी कार्रवाई यह सुनिश्चित करती है कि अवैध व्यापार पर काबू पाया जाए। इस घटना ने यह स्पष्ट कर दिया है कि देश के कानून को ताक पर रखने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी, चाहे वह किसी भी देश से हों।

Manoj kumar

Editor-in-chief

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