Rishikesh: सुबह की सैर पर निकले दो बुजुर्गों की वाहन की टक्कर से मौत, चालक फरार

Rishikesh: ऋषिकेश में एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है, जिसमें दो बुजुर्ग व्यक्ति सुबह की सैर पर निकले थे और सड़क दुर्घटना का शिकार हो गए। दोनों ही व्यक्ति, जो वयोवृद्ध थे, को एक अज्ञात वाहन ने रौंद दिया, जिससे उनकी मौके पर ही मौत हो गई। यह दुखद घटना एयरपोर्ट तिराहा और जोलीग्रांट पुलिस चौकी के बीच मुख्य सड़क पर घटी।
घटना का विवरण
दोनों बुजुर्ग ऋषिकेश मुख्य मार्ग पर सुबह की सैर के लिए निकले थे। जानकारी के अनुसार, वीरे सिंह बिष्ट (75 वर्ष) और दलपति सिंह (65 वर्ष), दोनों निवासी अठूरवाला के वार्ड नंबर 8 और 7 के, सुबह की सैर पर थे जब एक अज्ञात वाहन ने उन्हें टक्कर मार दी। वाहन की टक्कर से दोनों बुजुर्ग गंभीर रूप से घायल हो गए और उनका शरीर सड़क पर कई मीटर तक खींचा गया। दोनों शव एक-दूसरे से कुछ दूरी पर पड़े हुए थे। घटनास्थल पर पहुंचने पर पुलिस ने दोनों शवों को कब्जे में लिया और उनका पंचनामा कार्रवाई की।
अज्ञात वाहन चालक का फरार होना
इस दुर्घटना के बाद चालक मौके से फरार हो गया। पुलिस ने मामले की गंभीरता को समझते हुए तुरंत कार्रवाई शुरू की और अज्ञात वाहन चालक के बारे में जानकारी जुटाने के प्रयास तेज कर दिए हैं। पुलिस द्वारा घटना स्थल से मिले कुछ सुरागों के आधार पर जांच की जा रही है। हालांकि, चालक का अभी तक कोई पता नहीं चल सका है।
पुलिस की कार्रवाई और जांच
घटना के बाद पुलिस ने दोनों शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया। पुलिस ने पंचनामा कार्रवाई पूरी करने के बाद शवों को अस्पताल भेजा, ताकि शवों का सही तरीके से पोस्टमॉर्टम किया जा सके। पुलिस थाना के आउटपोस्ट इंचार्ज, सुमित चौधरी ने बताया कि मामले की जांच जारी है और पुलिस अज्ञात चालक की पहचान करने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है।
सुमित चौधरी ने यह भी बताया कि घटनास्थल से कुछ अहम सुराग मिले हैं और पुलिस इन सुरागों के आधार पर चालक की तलाश कर रही है। उन्होंने कहा कि आरोपी चालक को जल्द से जल्द पकड़ने की कोशिश की जाएगी। पुलिस ने इस मामले में संबंधित धाराओं के तहत केस दर्ज कर लिया है और आरोपी की गिरफ्तारी के लिए अभियान चला दिया है।
शोक व्यक्त करते हुए स्थानीय नेताओं ने दी श्रद्धांजलि
घटना के बाद, स्थानीय नेताओं और निवासियों ने शोक व्यक्त किया। वार्ड नंबर 8 और 7 के पूर्व पार्षद संदीप नेगी ने बताया कि वीरे सिंह बिष्ट खेती-किसानी का काम करते थे, जबकि दलपति सिंह वन विभाग से सेवानिवृत्त थे। दोनों की असमय मृत्यु ने न केवल उनके परिवार को गहरा आघात पहुँचाया है, बल्कि पूरे क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ा दी है। संदीप नेगी ने दोनों व्यक्तियों की आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की और उनके परिवार के प्रति संवेदना व्यक्त की।
घटना का सामाजिक प्रभाव
यह दुर्घटना ऋषिकेश की सुरक्षा व्यवस्था और सड़क पर यातायात के नियमों के पालन की कमी को उजागर करती है। सुबह के समय सड़क पर सैर करने वाले बुजुर्गों, महिलाओं और बच्चों के लिए यह स्थान खतरनाक साबित हो सकता है, यदि वहां यातायात के नियमों का पालन ठीक से नहीं किया जाता है। विशेष रूप से मुख्य सड़कों पर यातायात का दबाव बढ़ने के साथ-साथ, इन सड़कों पर सुरक्षा इंतजामों की कमी दिख रही है। इस प्रकार की घटनाएं केवल उस व्यक्ति को ही नहीं, बल्कि पूरे समाज को गहरे सदमे में डाल देती हैं।
स्थानीय निवासियों और विशेषकर बुजुर्गों ने यह अपील की है कि ऐसे स्थानों पर यातायात के नियमों का सख्ती से पालन कराया जाए ताकि भविष्य में इस प्रकार की दुर्घटनाओं से बचा जा सके। साथ ही, वे सड़क सुरक्षा के उपायों को बढ़ाने की आवश्यकता पर जोर दे रहे हैं।
बुजुर्गों की सुरक्षा पर ध्यान देने की आवश्यकता
यह घटना बुजुर्गों की सुरक्षा पर भी एक बड़ा सवाल उठाती है। वे अक्सर सार्वजनिक स्थानों पर सैर के लिए जाते हैं और यदि सड़क सुरक्षा पर ध्यान नहीं दिया जाता तो यह उनके लिए बेहद खतरनाक साबित हो सकता है। विशेष रूप से बुजुर्गों के लिए सुरक्षा इंतजामों को और अधिक मजबूत करने की आवश्यकता है, ताकि वे बिना किसी डर के सड़क पर चल सकें। साथ ही, ऐसे स्थानों पर यातायात पुलिस द्वारा निगरानी और जागरूकता अभियान चलाने की जरूरत है, जिससे यात्री और वाहन चालक दोनों ही सुरक्षित रहें।
स्थानीय प्रशासन की जिम्मेदारी
ऋषिकेश जैसे प्रमुख पर्यटन स्थल पर, जहां हर दिन बड़ी संख्या में श्रद्धालु और पर्यटक आते हैं, सड़क सुरक्षा और यातायात व्यवस्था को सख्त बनाने की आवश्यकता है। स्थानीय प्रशासन और पुलिस विभाग को इस दिशा में कड़ी कार्रवाई करने की आवश्यकता है, ताकि भविष्य में ऐसी दुर्घटनाओं से बचा जा सके।
साथ ही, वे सभी लोग जो सड़कों पर वाहन चला रहे हैं, उन्हें यह समझने की आवश्यकता है कि सड़क पर चलते वक्त एक भी गलत कदम गंभीर परिणाम ला सकता है। वाहन चालकों को अधिक सतर्कता और जिम्मेदारी से वाहन चलाने की आवश्यकता है।
यह दर्दनाक घटना न केवल उन परिवारों के लिए अपूरणीय क्षति है, बल्कि समग्र समाज को भी एक गहरी सीख देती है। सड़क सुरक्षा की गंभीरता को समझते हुए, हमें यातायात नियमों का पालन करना चाहिए और अन्य लोगों की सुरक्षा का ध्यान रखना चाहिए। हम सब की जिम्मेदारी है कि हम सड़क पर सुरक्षा सुनिश्चित करें, ताकि इस तरह की घटनाओं से बचा जा सके और समाज में शांति और सुरक्षा बनी रहे।






