
Delhi News: दिल्ली में बुधवार को एक नई बम की धमकी ने हड़कंप मचा दिया, जिसमें 100 से अधिक अस्पतालों और मॉल्स को निशाना बनाया गया। मई महीने में भी दिल्ली-एनसीआर में 200 से अधिक स्कूलों में बम होने की धमकी दी गई थी। उसी तरह, 12 मई को भी एक समान ईमेल मिला था जिसमें अस्पतालों में बम होने की बात की गई थी। जांच के दौरान पुलिस अब तक आरोपी तक नहीं पहुँच पाई है।
साइबर एक्सपर्ट्स का कहना है कि साइबर अपराधी अक्सर ऐसी धमकियों के ईमेल भेजने के लिए VPN टूल का उपयोग करते हैं। इस टूल की मदद से ये अपराधी विदेशी सर्वरों का चयन करते हैं, जिससे जांच एजेंसियां गुमराह हो जाती हैं। सामान्य परिस्थितियों में जब हम ईमेल या मैसेज भेजते हैं, तो इंटरनेट प्रोवाइडर के माध्यम से भेजे गए मैसेज का IP एड्रेस सर्वर पर सेव हो जाता है, जिससे जांच एजेंसियां आरोपी तक पहुँच सकती हैं।
दिल्ली पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि VPN के मामले में ऐसा नहीं होता। VPN की मदद से, अपराधी जिस देश के सर्वर का चयन करता है, वह सर्वर एक नया IP एड्रेस क्रिएट करता है, जिससे आरोपी का पता लगाना कठिन हो जाता है। इस स्थिति में, आरोपी तक पहुँचने के लिए संबंधित देश की जांच एजेंसियों या इंटरपोल की मदद ली जाती है, और यह प्रक्रिया समय लेने वाली होती है।
इस बार भी ऐसा ही हुआ, जब मंगलवार को 100 से अधिक अस्पतालों और मॉल्स को बम से उड़ा देने की धमकी वाली ईमेल प्राप्त हुई। ईमेल भेजने वाले ने लिखा कि सब लोग खून की तालाब में डूब जाएंगे। इस धमकी को लेकर AIIMS, सफदरजंग, DDU, अपोलो, मैक्स, फोर्टिस, गंगाराम जैसे प्रमुख अस्पतालों में पुलिस, बम और डॉग स्क्वायड, फायर ब्रिगेड की टीमों को भेजा गया। ईमेल 12:04 बजे प्राप्त हुआ था, और अस्पतालों में भीड़ कम होने की वजह से राहत मिली।
ईमेल अंग्रेजी में था जिसमें लिखा था कि एक काले बैग में बम रखा गया है, जो कुछ घंटों में फटेगा और सभी लोगों की मौत हो जाएगी। अस्पतालों में पहुंचते ही लोगों में घबराहट फैल गई और पुलिस ने मरीजों की उपस्थिति में अस्पतालों की खोजबीन की। लंबी खोजबीन के बाद भी कहीं कुछ संदिग्ध नहीं मिला।
दिल्ली पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि 12:04 बजे एक ईमेल प्राप्त हुआ था जिसमें 50 से अधिक अस्पतालों और कई मॉल्स को बम से उड़ाने की धमकी दी गई थी। ईमेल freelithiumxvn@gmail.com से भेजा गया था। शुरुआत में, Primus Hospital और एक प्राइवेट अस्पताल ने ईमेल देखा और पुलिस को सूचित किया। इसके बाद अन्य अस्पतालों से भी इसी तरह की धमकी की ईमेल मिलने की रिपोर्टें आईं।
आरोपी ने ईमेल में लिखा था कि उसने कई विस्फोटक काले बैग में रखे हैं, जो कुछ घंटों में फट जाएंगे। पुलिस ने अस्पतालों की सख्त जांच की, लेकिन अभी तक कुछ संदिग्ध सामग्री नहीं मिली है।