
Uttarakhand: उत्तराखंड सरकार ने बुधवार देर रात एक बड़े प्रशासनिक फेरबदल की घोषणा की है, जिसमें कुल 45 अधिकारियों के विभागों और पदों में बदलाव किया गया है। इस फेरबदल में 37 आईएएस अधिकारियों, एक भारतीय वन सेवा (आईएफएस) अधिकारी, एक सचिवालय सेवा अधिकारी और छह प्रांतीय सिविल सेवा (पीसीएस) अधिकारियों को शामिल किया गया है। इसमें विशेष रूप से छह जिलों के जिलाधिकारियों (डीएम) और मुख्य विकास अधिकारियों (सीडीओ) के तबादले किए गए हैं, जिसमें देहरादून और हरिद्वार शामिल हैं।
देहरादून और हरिद्वार के जिलाधिकारियों का तबादला
सरकार के आदेश के अनुसार, आईएएस सविन बंसल को देहरादून का जिला अधिकारी नियुक्त किया गया है। वर्तमान में इस पद पर कार्यरत सोनिका को अतिरिक्त सचिव, सहकारिता विभाग में नियुक्त किया गया है। हरिद्वार के जिलाधिकारी का पद अब आईएएस कमेंद्र सिंह को सौंपा गया है, जबकि वर्तमान में इस पद पर कार्यरत धीरज गर्ब्याल को अतिरिक्त सचिव, ग्रामीण विकास और लोक निर्माण विभाग का कार्यभार सौंपा गया है।
बागेश्वर और अन्य जिलों में फेरबदल
आईएएस आलोक कुमार पांडे को अल्मोड़ा का जिला अधिकारी बनाया गया है। वर्तमान में इस पद पर कार्यरत विनीट टॉमर को केएमवीएन (कुमाऊं मंडल विकास निगम) का प्रबंध निदेशक नियुक्त किया गया है। आईएएस आशीष भट्टगई को बागेश्वर का जिला अधिकारी नियुक्त किया गया है, जबकि वर्तमान में इस पद पर कार्यरत अनुराधा को अतिरिक्त सचिव, चिकित्सा स्वास्थ्य और चिकित्सा शिक्षा का कार्यभार सौंपा गया है।
पिथौरागढ़ और चमोली में भी बदलाव
आईएएस विनोद गिरी गोस्वामी को पिथौरागढ़ का जिला अधिकारी नियुक्त किया गया है। वर्तमान में इस पद पर कार्यरत रीना जोशी को अतिरिक्त सचिव, कार्मिक और सिंचाई के पद पर भेजा गया है। आईएएस संदीप तिवारी को चमोली का जिला अधिकारी नियुक्त किया गया है, जबकि वर्तमान में इस पद पर कार्यरत हिमांशु खुराना को पीएमजीएसवाई (प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना) के मुख्य कार्यकारी अधिकारी के पद पर भेजा गया है।
मुख्य विकास अधिकारियों की नियुक्ति
देहरादून के मुख्य विकास अधिकारी का कार्यभार अब आईएएस अभिनव शाह को सौंपा गया है। चमोली के मुख्य विकास अधिकारी की जिम्मेदारी अब पीसीएस दीपक सैनी को दी गई है। अल्मोड़ा के मुख्य विकास अधिकारी का पद अब दिवेश शास्त्री को सौंपा गया है, जबकि उत्तरकाशी के मुख्य विकास अधिकारी का कार्यभार सुंदर लाल सेमवाल को दिया गया है। पौरि के मुख्य विकास अधिकारी का पद अब गिरीश गुंवंत को सौंपा गया है।
प्रशासनिक फेरबदल का उद्देश्य
यह व्यापक फेरबदल राज्य के प्रशासनिक तंत्र को दुरुस्त करने और विभिन्न विभागों के बीच बेहतर समन्वय सुनिश्चित करने के उद्देश्य से किया गया है। नए अधिकारियों की नियुक्ति से उम्मीद की जा रही है कि राज्य की विकास योजनाओं और जनहित कार्यों में तेजी आएगी और कार्यकुशलता में सुधार होगा।
अधिकारियों की नियुक्ति में पारदर्शिता
उत्तराखंड सरकार द्वारा किए गए इस फेरबदल से यह स्पष्ट होता है कि सरकार अधिकारियों के कार्य प्रदर्शन और अनुभव को ध्यान में रखकर पदस्थापना कर रही है। इससे प्रशासनिक कार्यकुशलता और जवाबदेही को बढ़ावा मिलेगा। इसके अलावा, इस प्रकार के बदलाव सरकारी योजनाओं और नीतियों के प्रभावी क्रियान्वयन को सुनिश्चित करने में सहायक होंगे।
जनता की उम्मीदें और प्रशासन की जिम्मेदारी
सरकारी अधिकारियों की इस तरह की नियुक्तियों और तबादलों से जनता को यह विश्वास होता है कि प्रशासन उनकी समस्याओं को सही तरीके से और त्वरित गति से हल करेगा। यह कदम यह सुनिश्चित करता है कि सरकारी कार्यकुशलता और जनसेवा के मानक उच्च स्तर पर बनाए रखे जाएं।
निष्कर्ष
उत्तराखंड में हुए इस बड़े प्रशासनिक फेरबदल से यह स्पष्ट होता है कि राज्य सरकार प्रशासनिक सुधार और विकास योजनाओं के प्रभावी क्रियान्वयन के प्रति गंभीर है। 45 अधिकारियों का तबादला, जिसमें 37 आईएएस और अन्य अधिकारियों के विभागों में बदलाव शामिल हैं, यह दर्शाता है कि सरकार प्रशासन को बेहतर बनाने के लिए ठोस कदम उठा रही है। उम्मीद है कि इस फेरबदल से राज्य की कार्यकुशलता में सुधार होगा और सरकारी योजनाओं का क्रियान्वयन सुचारू रूप से होगा।