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Crime news: ग़ाज़ियाबाद में फेेटल सेक्स डिटर्मिनेशन रैकेट का भंडाफोड़, पुलिस ने की बड़ी कार्रवाई

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Crime news: ग़ाज़ियाबाद और गुरुग्राम स्वास्थ्य विभाग की संयुक्त टीम ने एक फेेटल सेक्स डिटर्मिनेशन रैकेट का पर्दाफाश किया। इस कार्रवाई में पुलिस ने एक व्यक्ति और एक महिला दलाल को गिरफ्तार किया, साथ ही एक पोर्टेबल अल्ट्रासाउंड मशीन भी बरामद की। ग़ाज़ियाबाद के मंसारोवर पार्क स्थित शिवा अस्पताल के मालिक के खिलाफ भी मामला दर्ज किया गया है।

गुरुग्राम और ग़ाज़ियाबाद स्वास्थ्य टीम ने की संयुक्त छापेमारी

पिछले कुछ सालों से ग़ाज़ियाबाद के विभिन्न अस्पतालों में अवैध फेेटल सेक्स डिटर्मिनेशन का कारोबार चल रहा था, जिसे महिलाएं खासतौर पर हरियाणा से लाकर अंजाम दे रही थीं। इस रैकेट की सूचना मिलने के बाद, गुरुग्राम और ग़ाज़ियाबाद स्वास्थ्य विभाग की टीम ने मिलकर एक योजना बनाई। इस योजना के तहत, एक महिला ग्राहक के रूप में टीम ने ग़ाज़ियाबाद की दलाल ममता से संपर्क किया।

Crime news: ग़ाज़ियाबाद में फेेटल सेक्स डिटर्मिनेशन रैकेट का भंडाफोड़, पुलिस ने की बड़ी कार्रवाई

ग़ाज़ियाबाद के शिवा अस्पताल में छापेमारी

महिला दलाल ममता ने एक ग्राहक को शिवा अस्पताल में बुलाया, जो मंसारोवर पार्क के लेन नंबर तीन, लाल कुआं में स्थित है। रविवार की शाम लगभग छह बजे, ग़ाज़ियाबाद और गुरुग्राम स्वास्थ्य विभाग की टीम ने तय समय पर अस्पताल पहुंचकर नसीम और ममता को रंगे हाथ पकड़ लिया। नसीम के पास एक पोर्टेबल अल्ट्रासाउंड मशीन थी, जिसे वह एक ब्रीफकेस में छुपाकर लाया था।

नसीम की गिरफ्तारी और जांच

गिरफ्तारी के बाद, नसीम ने पुलिस को बताया कि उसने कभी मेडिकल डिग्री नहीं ली है और वह केवल 10वीं तक पढ़ा हुआ है। उसने अल्ट्रासाउंड करने के लिए कोई प्रशिक्षित डॉक्टरी शिक्षा प्राप्त नहीं की थी। इसके अलावा, ममता और नसीम के अलावा, शिवा अस्पताल के मालिक सोनू के खिलाफ भी मामला दर्ज किया गया है। पुलिस ने पोर्टेबल अल्ट्रासाउंड मशीन को जब्त कर लिया है और उसे सील कर दिया है।

ग़ाज़ियाबाद में जारी है अवैध सेक्स डिटर्मिनेशन का कारोबार

यह अवैध कारोबार पिछले कई वर्षों से ग़ाज़ियाबाद के अस्पतालों में जारी था। पुलिस की माने तो यह कारोबार विशेष रूप से हरियाणा से संपर्क कर महिलाओं को इस काम में शामिल किया जाता था। कई मामलों में, इस तरह के रैकेट को अस्पतालों में छिपकर चलाया जाता था, जहां बिना किसी वैध मेडिकल प्रमाणपत्र के लिंग निर्धारण किए जाते थे।

दूसरी बेटी के जन्म पर महिला को ससुराल वालों ने घर से निकाला

इस बीच, ग़ाज़ियाबाद के सीमा पुलिस थाना क्षेत्र में एक महिला के साथ हुई क्रूरता की खबर भी सामने आई है। महिला ने बताया कि जब उसने दूसरी बेटी को जन्म दिया, तो उसके ससुराल वालों ने उसे मारपीट कर घर से निकाल दिया। महिला के अनुसार, उसे एक साल से दहेज के लिए प्रताड़ित किया जा रहा था।

दहेज उत्पीड़न का मामला दर्ज

पीड़िता ने बताया कि उसकी शादी 7 मई 2019 को लोनि बॉर्डर, उत्तरांचल विहार कॉलोनी में हुई थी। पीड़िता के पास दो बेटियां हैं, और पहले बेटी के जन्म के बाद ही ससुराल वाले दहेज की मांग करने लगे थे। आरोप है कि जब दूसरी बेटी का जन्म हुआ, तो ससुराल वालों ने उसे मारपीट कर घर से निकाल दिया और तीन लाख रुपये की मांग की।

कुछ दिन पहले, महिला के पिता और भाई ने एक लाख रुपये दिए थे, फिर भी आरोपियों ने महिला को पीटा और दोनों बेटियों के साथ घर से बाहर निकाल दिया। आरोपियों ने महिला से फिर दो लाख रुपये की मांग की। इस मामले में, पीड़िता के शिकायत पर पुलिस ने सात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है और जांच शुरू कर दी है।

पुलिस ने महिला के पक्ष में की कार्रवाई

पुलिस अधिकारियों ने बताया कि महिला को ससुराल वालों के उत्पीड़न के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। Assistant Police Commissioner Ankur Vihar, Bhaskar Verma ने कहा कि दहेज उत्पीड़न के मामले में आरोपी जल्द ही पकड़े जाएंगे और महिला को न्याय दिलाया जाएगा।

अवैध लिंग निर्धारण और दहेज उत्पीड़न के खिलाफ सख्त कार्रवाई

ग़ाज़ियाबाद में फेेटल सेक्स डिटर्मिनेशन रैकेट के खुलासे और दहेज उत्पीड़न की घटनाओं से साफ है कि समाज में अभी भी कई प्रकार की कुरीतियां और अवैध गतिविधियां चल रही हैं। इन घटनाओं पर कड़ी निगरानी और त्वरित कार्रवाई की आवश्यकता है, ताकि समाज से इन अपराधों को समाप्त किया जा सके। पुलिस प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग ने संयुक्त रूप से यह संदेश दिया है कि वे किसी भी अवैध गतिविधि को बर्दाश्त नहीं करेंगे और ऐसे मामलों में सख्त कार्रवाई करेंगे।

ग़ाज़ियाबाद में पुलिस द्वारा की गई यह बड़ी कार्रवाई यह साबित करती है कि कानून के हाथ लंबे हैं और वह हर अपराधी तक पहुंचने में सक्षम हैं। फेेटल सेक्स डिटर्मिनेशन रैकेट और दहेज उत्पीड़न जैसे अपराधों को लेकर सरकार और पुलिस प्रशासन की ओर से कड़ी कार्रवाई जारी रखने की आवश्यकता है, ताकि समाज में इन कुरीतियों का समूल नाश हो सके और हर महिला को उसके अधिकार मिल सकें।

Manoj kumar

Editor-in-chief

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