अपना उत्तराखंड

Uttarakhand: डीआईएस के ऑनलाइन प्लेटफॉर्म “स्कूलपैड” हैकिंग एवं ठगी मामला, फर्जी ऐप बनाकर अभिभावकों को भेजे भ्रामक संदेश, 3 मुख्य आरोपी गिरफ्तार

Spread the love

देहरादून। मुख्यमंत्री के दिशा निर्देशों एवं श्रीमान पुलिस महानिदेशक उत्तराखण्ड, दीपम सेठ के मार्गदर्शन में, साइबर पुलिस निरंतर लोगों के पैसे बचाने, जागरूकता अभियान चलाने और देश भर से गिरफ्तारियां करने में सक्रिय है।

साथ ही, साइबर अपराधियों के विरुद्ध कठोर कार्रवाई कर साइबर पीड़ितों को न्याय दिलाने का काम भी प्रभावी रूप से किया जा रहा है। अभियोगों की समीक्षा एडीजी लॉ एवं आर्डर/साइबर डॉ. वी. मुरुगेशन तथा आईजी लॉ एवं आर्डर/साइबर डॉ. नीलेश आनंद भरने द्वारा समय-समय पर दिए जाने वाले दिशा-निर्देशों के अनुरूप की जाती है।

इसी साल ऑपरेशन प्रहार के तहत देशभर में कई गिरफ्तारियां की गईं और कई लीगल नोटिस भी जारी किए गए। साथ ही, चार धाम से संबंधित वेबसाइटों तथा हेली बुकिंग सेवाओं को बंद कराने जैसी महत्वपूर्ण कार्रवाई भी अमल में लाई गई है।

वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक, एसटीएफ, नवनीत सिंह* द्वारा जानकारी देते हुये बताया कि एक प्रकरण दून इंटरनेशनल स्कूल – सिटी कैंपस, देहरादून, उत्तराखंड द्वारा माह जुलाई 2025 में दर्ज कराया गया जिसमें शिकायतकर्ता द्वारा बताया कि हमारे विद्यालय के छात्र-संबंधित ऐप में गंभीर साइबर बुलीइंग/हैकिंग हुई व विद्यार्थियों को भ्रामक संदेश भेजे जाने लगे ।

विद्यालय का ऑनलाइन प्लेटफॉर्म “स्कूलपैड” है जिसका उपयोग विद्यार्थी और अभिभावक प्रतिदिन स्कूल अपडेट देखने, समय सारिणी जानने तथा विद्यालय शुल्क जमा करने आदि के लिए करते हैं। शिकायतकर्ता द्वारा बताया कि अज्ञात व्यक्ति ने बिना अनुमति प्रवेश किया व विद्यार्थियों के नाम, संपर्क विवरण और लॉगिन डेटा जैसी जानकारी लीक किया व हैकर हमारे विद्यालय की तीनों शाखाओं डीआईएस सिटी कैंपस, डीआईएस रिवरसाइड और डीआईएस मोहाली के छात्र डेटा तक पहुँच बना ली ।

और उन्होंने स्कूलपैड प्रणाली के माध्यम से विद्यार्थियों और अभिभावकों को एक फर्जी संदेश भेजा, जिसमें ₹4990/- की राशि एआई सक्षम रोबोटिक्स लैब के लिए जमा करने को कहा गया और यह संदेश आधिकारिक प्रतीत भी हो रहा था व अभिभावकों को धोखे से निजी जानकारी देने या शुल्क गलत खाते में जमा करने के लिए मजबूर किया जा रहा था। प्रकरण की गम्भीरता के दृष्टिगत वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक, एसटीएफ उत्तराखण्ड के दिशा निर्देशन में मामले का प्रवेक्षण अपर पुलिस अधीक्षक स्वप्न किशोर, पुलिस उपाधीक्षक, अंकुश मिश्रा एवं विवेचना निरीक्षक विकास भारद्वाज साईबर क्राईम पुलिस स्टेशन, देहरादून के सुपुर्द कर अभियोग के शीघ्र अनावरण हेतु आवश्यक दिशा निर्देश दिये गये ।

साईबर क्राईम पुलिस द्वारा घटना में प्रयुक्त विद्यालय का ऑनलाइन प्लेटफॉर्म “स्कूलपैड, बैंक खातों/ रजिस्टर्ड मोबाइल नम्बरों / व्हाट्सअप की जानकारी हेतु सम्बन्धित सर्विस प्रदाता ऑनलाइन प्लेटफॉर्म, बैंकों, सर्विस प्रदाता कम्पनियों, मेटा कम्पनी से पत्राचाकर कर डेटा प्राप्त किया गया। प्राप्त डेटा के विश्लेषण से जानकारी मे आया कि साईबर अपराधियो द्वारा घटना में विद्यालय का ऑनलाइन प्लेटफॉर्म “स्कूलपैड द्वारा विद्यालय शुल्क प्रणाली से पीड़ित से लाभ कमाने के नाम पर विभिन्न बैंक खातों में धनराशि स्थानान्तरित करवायी गयी।

विवेचना के दौरान साईबर थाना पुलिस टीम द्वारा अभियोग में प्रकाश में आए विद्यालय का ऑनलाइन प्लेटफॉर्म ,बैंक खातों तथा मोबाइल नम्बरों का सत्यापन किया गया । पुलिस टीम द्वारा तकनीकी / डिजिटल साक्ष्य एकत्र कर घटना के बैक के लाभार्थी खाताधारक मोहम्मद रिजवान पुत्र बालम ख़ान निवासी ग्राम मुल्लापुर पोस्ट रिठौरा जिला बरेली उत्तर प्रदेश उम्र-19 साल , सुदामा दिवाकर पुत्र ओम प्रकाश निवासी आकाश पुरम आरके यूनिवर्सिटी, बरेली,नज़दीक बब्बू स्किराना स्टोर टोर,और मोहम्मद फ़राज़ पुत्र सरताज निवासी बनखाना गुलाबनगर बरेली उत्तरप्रदेश उम्र-18 साल को चिन्ह्ति करते हुये अभियुक्त की तलाश जारी की ।

साईबर टीम द्वारा बीएनएसएस के अन्तर्गत प्रकाश में आये अभियुक्त मोहम्मद रिजवान पुत्र बालम ख़ान , सुदामा दिवाकर पुत्र ओम प्रकाश व मोहम्मद फ़राज़ पुत्र सरताज की तलाश बरेली उ0प्र0 जाकर की गयी व अग्रिम विवेचनात्मक कार्यवाही बीएनएसएस के अन्तर्गत की गई।

अभियुक्त द्वारा ऑफिशियल विद्यालय का ऑनलाइन प्लेटफॉर्म “स्कूलपैड” ऐप की प्रतिरूपित करते हुए फर्जी इंटरफेस तैयार किया और फिर तकनीकी तरीकों से असली प्लेटफॉर्म में अनधिकृत प्रवेश (हैकिंग) किया सिस्टम में सेंध लगाकर तीनों शाखाओं (सिटी कैंपस, रिवरसाइड और मोहाली) के विद्यार्थियों के नाम, संपर्क विवरण और लॉगिन जानकारी हासिल की व एआई सक्षम रोबोटिक्स लैब” शुल्क के नाम पर ₹4990/- जमा करने का संदेश विद्यार्थियों और अभिभावकों को भेजा गया संदेश को इस तरह से डिजाइन किया गया कि वह स्कूल की आधिकारिक सूचना लगे, जिससे लोग आसानी से भ्रमित हो जाएँ।

प्रारम्भिक पूछताछ में अभियुक्त ने साईबर अपराध हेतु जिस बैंक खातों का प्रयोग किया गया है उसमें मात्र कुछ माह में ही करोडो रूपयों का लेन-देन होना प्रकाश में आया है । जाँच में यह भी प्रकाश में आया है कि अभियुक्तगण के विरुद्ध देश के कई राज्यों में साईबर अपराधों में एफआईआर व अन्य शिकायतें दर्ज हैं । जिसके सम्बन्ध में जानकारी हेतु अन्य राज्यों की पुलिस के साथ संपर्क किया जा रहा है।

*गिरफ़्तार अभियुक्त का नाम व पता-*

  • मोहम्मद रिजवान पुत्र बालम ख़ान निवासी ग्राम मुल्लापुर पोस्ट रिठौरा जिला बरेली उत्तर प्रदेश उम्र-19 साल
  • सुदामा दिवाकर पुत्र ओम प्रकाश निवासी आकाश पुरम आरके यूनिवर्सिटी, बरेली
  • मोहम्मद फ़राज़ पुत्र सरताज निवासी बनखाना गुलाबनगर बरेली उत्तरप्रदेश उम्र-18 साल

*बरामदगी-*

  •   04 मोबाइल फोन (अपराध में प्रयुक्त)
  •  02 बैंक पासबुक (धोखाधड़ी में प्रयुक्त खातों से संबंधित)
  •  03 सिम कार्ड (फर्जी संदेश भेजने एवं लेन-देन हेतु प्रयुक्त)

Manoj kumar

Editor-in-chief

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button
error: Content is protected !!