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Haridwar News: गुरु्कुल कांगड़ी विश्वविद्यालय में कर्मचारियों ने जल टंकी पर चढ़कर किया प्रदर्शन, सिटी मजिस्ट्रेट ने संभाली स्थिति

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Haridwar News: हरिद्वार में गुरु्कुल कांगड़ी विश्वविद्यालय के चौथे श्रेणी के कर्मचारियों ने पिछले पांच दिनों से अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं। हाल ही में, कर्मचारियों के एक समूह ने न्यू हरिद्वार में स्थित जल टंकी पर चढ़कर अपनी नाराजगी जाहिर की। यह घटना उस समय हुई जब विश्वविद्यालय प्रबंधन के साथ बातचीत के दौरान कर्मचारियों के बीच विवाद हो गया।

कर्मचारियों का प्रदर्शन

गुरु्कुल कांगड़ी विश्वविद्यालय में चौथे श्रेणी के कर्मचारी ऑल इंडिया सफाई मजदूर संघ के बैनर तले पिछले पांच दिनों से प्रदर्शन कर रहे हैं। प्रदर्शन का मुख्य कारण उनकी पारिश्रमिक और संविदा प्रणाली है। कर्मचारियों का आरोप है कि वे 20-25 वर्षों से काम कर रहे हैं, लेकिन उन्हें केवल 10 से 12 हजार रुपये का वेतन दिया जा रहा है।

Haridwar News: गुरु्कुल कांगड़ी विश्वविद्यालय में कर्मचारियों ने जल टंकी पर चढ़कर किया प्रदर्शन, सिटी मजिस्ट्रेट ने संभाली स्थिति

सोमवार को सुराज सेवादल के अध्यक्ष रमेश चंद जोशी ने कर्मचारियों के आंदोलन का समर्थन किया और उनकी मांगों के लिए आवाज उठाई। जोशी ने कहा कि इन कर्मचारियों की मेहनत और अनुभव को नजरअंदाज किया जा रहा है। उन्होंने प्रबंधन पर आरोप लगाया कि वह कर्मचारियों को संविदा के तहत रखकर उनका शोषण कर रहा है।

प्रबंधन और कर्मचारियों के बीच विवाद

कर्मचारियों और प्रबंधन के बीच बातचीत के दौरान एक कर्मचारी द्वारा प्रबंधन के एक सदस्य पर अभद्रता का आरोप लगाया गया। इसके परिणामस्वरूप, तीन कर्मचारी—आनंद, पप्पू और अरविंद ने न्यू हरिद्वार कॉलोनी में स्थित जल टंकी पर चढ़ने का निर्णय लिया। इसके बाद, सुराज सेवादल के कार्यकर्ता भी वहां इकट्ठा हो गए और आंदोलन को समर्थन देने लगे।

प्रशासनिक अधिकारियों की कार्रवाई

इस घटना की जानकारी मिलने पर सिटी मजिस्ट्रेट कुसुम चौहान और तहसीलदार मौके पर पहुंचे। अधिकारियों ने कर्मचारियों से बात की और स्थिति को सामान्य करने का प्रयास किया। लंबे संवाद के बाद, एक कर्मचारी ने अभद्रता के आरोप को लेकर माफी मांगी और एक वीडियो रिकॉर्ड कर उसे कर्मचारियों को भेजा। इस वीडियो को देखने के बाद, कर्मचारी जल टंकी से नीचे आ गए।

आंदोलन का उद्देश्य और मांगें

कर्मचारियों का मुख्य उद्देश्य उनकी पारिश्रमिक को बढ़ाना और स्थायी रूप से नियुक्ति की मांग करना है। उन्हें यह महसूस होता है कि वे विश्वविद्यालय में अपने अनुभव और सेवा के अनुसार उचित वेतन और सम्मान पाने के हकदार हैं।

प्रदर्शन के दौरान, कर्मचारियों ने यह भी कहा कि यदि उनकी मांगें जल्द पूरी नहीं की गईं, तो वे अपने आंदोलन को और तेज करेंगे। उन्होंने प्रशासन से निवेदन किया कि उनकी समस्याओं का समाधान किया जाए और उन्हें स्थायी रूप से नौकरी पर रखा जाए।

सुराज सेवादल का समर्थन

सुराज सेवादल के अध्यक्ष रमेश चंद जोशी ने कहा, “हम कर्मचारियों के साथ हैं। यह न केवल उनके अधिकारों की लड़ाई है, बल्कि यह सभी श्रमिकों के लिए एक मिसाल पेश करने का समय है।” जोशी ने यह भी कहा कि राज्य सरकार को इस मुद्दे पर तुरंत कार्रवाई करनी चाहिए, ताकि कर्मचारियों को उचित सम्मान और वेतन मिल सके।

स्थिति की सामान्यीकरण के प्रयास

सिटी मजिस्ट्रेट कुसुम चौहान ने स्थिति को नियंत्रित करने के लिए कई प्रयास किए। उन्होंने कहा, “हम समझते हैं कि कर्मचारियों की समस्याएं गंभीर हैं, और हम इसे हल करने के लिए तत्पर हैं।” अधिकारियों ने आश्वासन दिया कि उनकी मांगों पर गंभीरता से विचार किया जाएगा और उचित कार्रवाई की जाएगी।

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