Mann Ki Baat: पीएम मोदी करेंगे मन की बात, जाने कार्यक्रम के 10 साल पूरे होने पर क्या कहा
Mann Ki Baat: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को ‘मन की बात’ कार्यक्रम में देशवासियों को संबोधित किया। यह कार्यक्रम 3 अक्टूबर 2014 को शुरू किया गया था और तब से लेकर अब तक, यह भारतीय समाज का एक अभिन्न हिस्सा बन गया है। ‘मन की बात’ कार्यक्रम का प्रसारण 22 भारतीय भाषाओं और 29 बोलियों के साथ-साथ 11 विदेशी भाषाओं में किया जाता है, जिनमें फ्रेंच, चीनी, इंडोनेशियाई, तिब्बती, बर्मी, बलोची, अरबी, पश्तो, फारसी, दारी और स्वाहिली शामिल हैं। यह कार्यक्रम भारत के 500 से अधिक आकाशवाणी केंद्रों से प्रसारित होता है।
कार्यक्रम के प्रमुख बिंदु
इस कार्यक्रम में प्रधानमंत्री मोदी ने कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा की, जिनमें महिलाओं की सुरक्षा, अमेरिका की यात्रा, जम्मू-कश्मीर और हरियाणा चुनाव शामिल हैं। इसके अलावा, उन्होंने शतरंज चैंपियनों, पैरालंपिक खिलाड़ियों के साथ मुलाकात और पोषण माह पर भी अपने विचार साझा किए।
महिलाओं की सुरक्षा
महिलाओं की सुरक्षा हमेशा से मोदी सरकार की प्राथमिकता रही है। प्रधानमंत्री ने इस विषय पर गहराई से चर्चा की और समाज के सभी वर्गों से अपील की कि वे महिलाओं की सुरक्षा में सक्रिय भूमिका निभाएं। उन्होंने कहा, “हमें सभी को मिलकर यह सुनिश्चित करना है कि महिलाएं सुरक्षित और आत्मनिर्भर बनें।” यह संदेश न केवल महिलाओं के लिए, बल्कि समाज के हर वर्ग के लिए एक प्रेरणा है कि वे अपने आसपास की महिलाओं की सुरक्षा में जागरूक रहें।
अमेरिका की यात्रा
प्रधानमंत्री मोदी ने अपनी हाल की अमेरिका यात्रा का भी उल्लेख किया, जिसमें उन्होंने कई महत्वपूर्ण वैश्विक नेताओं से मुलाकात की। उन्होंने कहा कि इस यात्रा ने भारत और अमेरिका के रिश्तों को और मजबूत करने का एक अवसर प्रदान किया। मोदी ने विशेष रूप से भारत के विकास के लिए अमेरिका की भूमिका पर जोर दिया और कहा कि दोनों देशों के बीच आर्थिक और सांस्कृतिक सहयोग बढ़ाना आवश्यक है।
जम्मू और कश्मीर चुनाव
जम्मू और कश्मीर के चुनावों पर भी उन्होंने अपनी बात रखी। उन्होंने स्थानीय निवासियों से लोकतंत्र की शक्ति का उपयोग करने और चुनावों में भाग लेने का आह्वान किया। उन्होंने कहा, “आपका वोट आपके भविष्य का निर्धारण करेगा, इसलिए इसमें भाग लेना जरूरी है।” यह बात विशेष रूप से महत्वपूर्ण है, क्योंकि जम्मू और कश्मीर में चुनावों का मतलब लोकतंत्र की वापसी और स्थानीय नागरिकों की आवाज को मजबूत करना है।
पोषण माह
इस साल का पोषण माह 1 से 30 सितंबर के बीच मनाया जा रहा है। इस दौरान, कई कार्यक्रमों का आयोजन किया गया, जैसे पोषण मेले, एनीमिया शिविर, नवजात शिशुओं के घर-घर जाकर दौरे, सेमिनार और वेबिनार। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, “स्वस्थ जीवन के लिए सही पोषण आवश्यक है। हमें अपने खान-पान के प्रति सजग रहना चाहिए।” पोषण माह के माध्यम से, सरकार का उद्देश्य लोगों को पोषण के महत्व के प्रति जागरूक करना और उनके स्वास्थ्य के लिए सही आदतें अपनाने के लिए प्रेरित करना है।
कार्यक्रम का महत्व
‘मन की बात’ कार्यक्रम ने न केवल समाज को जोड़ने का काम किया है, बल्कि यह नागरिकों की समस्याओं को समझने और समाधान निकालने का एक मंच भी है। यह कार्यक्रम लोगों को प्रेरित करने के साथ-साथ उन्हें जागरूक भी करता है।
प्रधानमंत्री मोदी ने बताया कि यह कार्यक्रम एक ऐसा मंच है, जहां आम लोग अपनी बात कह सकते हैं। उन्होंने कहा, “इस कार्यक्रम ने देशवासियों को अपनी आवाज उठाने का अवसर दिया है।” इस मंच के माध्यम से, विभिन्न सामाजिक मुद्दों पर चर्चा की जा सकती है और यह लोकतांत्रिक मूल्यों को बढ़ावा देता है।
लोगों की प्रतिक्रिया
कार्यक्रम के 10 साल पूरे होने पर, प्रधानमंत्री मोदी ने लोगों की प्रतिक्रिया को भी साझा किया। उन्होंने बताया कि कई लोग ‘मन की बात’ के माध्यम से अपने विचार व्यक्त करते हैं और उनकी प्रतिक्रिया से उन्हें प्रेरणा मिलती है।
मोदी ने यह भी कहा कि ‘मन की बात’ के प्रति लोगों की रुचि ने उन्हें यह विश्वास दिलाया है कि आम नागरिकों की आवाज को सुनने और समझने का प्रयास आवश्यक है। इससे यह भी संकेत मिलता है कि नागरिक अपने विचारों को साझा करने में रुचि रखते हैं और यह एक स्वस्थ लोकतंत्र के लिए आवश्यक है।