Iran-Israel war: खामेनेई ने इज़राइल और अमेरिका को दी चेतावनी, किया मिसाइल हमलों का समर्थन
Iran-Israel war: ईरान और इज़राइल के बीच तनाव लगातार बढ़ता जा रहा है, और हाल ही में हुए हमले के बाद ईरान के सर्वोच्च नेता आयतुल्लाह अली खामेनेई ने इज़राइल और अमेरिका के खिलाफ कड़ी प्रतिक्रिया दी है। इज़राइल पर लगभग 200 मिसाइलों के हमले के बाद, खामेनेई ने अपनी नाराजगी जाहिर करते हुए एक वीडियो साझा किया है, जिसमें ईरानी सेना को इज़राइल पर मिसाइल हमले करते हुए दिखाया गया है। इस वीडियो में ईरान ने यह दिखाने की कोशिश की है कि इज़राइल, जो आयरन डोम जैसी शक्तिशाली रक्षा प्रणाली का दावा करता है, वह ईरानी मिसाइलों को रोकने में असफल रहा और लगातार हमलों का शिकार होता रहा।
खामेनेई ने इज़राइल को कहा “पिशाच और भेड़िया”
खामेनेई ने इस वीडियो को साझा करते हुए इज़राइल को “पिशाच और भेड़िया” करार दिया। इसके साथ ही, उन्होंने अमेरिका को “पागल कुत्ता” का नाम दिया है। यह बयान उनके इज़राइल और अमेरिका के प्रति गहरे आक्रोश को दर्शाता है। खामेनेई ने इज़राइल पर पिछले मंगलवार को हुए हमले को पूरी तरह से सही ठहराते हुए इस वीडियो को जारी किया है।
इस वीडियो में, खामेनेई ने इज़राइल को सीधे निशाने पर लेते हुए कहा कि यह हमला पूरी तरह से न्यायसंगत और वैध था। उन्होंने इसे अमेरिकी “पागल कुत्ता” द्वारा किए गए अपराधों के लिए इज़राइल की “पिशाच और भेड़िया” जैसी शासन प्रणाली के खिलाफ न्यूनतम सजा बताया।
इज़राइल पर हमले को जायज ठहराया
आयतुल्लाह अली खामेनेई ने कहा कि हमारी सशस्त्र सेनाओं का शानदार कार्य पूरी तरह से कानूनी और वैध था, और यह इज़राइल पर अमेरिकी पागल कुत्ते के अपराधों के लिए न्यूनतम सजा थी। खामेनेई ने यह भी दोहराया कि यदि आवश्यकता पड़ी तो इज़राइल पर और भी हमले किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि इस क्षेत्र में जो भी कार्य इस्लामी गणराज्य (ईरान) को सौंपा जाएगा, वह उसे पूरी ताकत, दृढ़ता और संकल्प के साथ करेगा।
खामेनेई की चेतावनी
खामेनेई ने अपने बयान में यह भी स्पष्ट किया कि ईरान किसी भी स्थिति में पीछे नहीं हटेगा। उनके इस बयान से यह साफ हो जाता है कि इज़राइल और अमेरिका के प्रति उनका रुख काफी सख्त है। खामेनेई ने यह भी कहा कि अगर ज़रूरत पड़ी, तो ईरान और भी शक्तिशाली हमले करने के लिए तैयार है। इस बयान से यह संकेत मिलता है कि ईरान अपने दुश्मनों के खिलाफ किसी भी हद तक जा सकता है और वह किसी भी स्थिति में अपने सैन्य अभियानों को नहीं रोकेगा।
आयरन डोम प्रणाली की विफलता पर सवाल
खामेनेई ने इज़राइल की आयरन डोम रक्षा प्रणाली की असफलता पर भी सवाल उठाए। वीडियो में दिखाया गया है कि ईरानी मिसाइलें लगातार इज़राइल पर गिरती रहीं और इज़राइल की आयरन डोम प्रणाली उन्हें रोकने में असफल रही। यह वीडियो दर्शाता है कि इज़राइल, जो अपनी आयरन डोम प्रणाली पर गर्व करता है, वह ईरान के तेज मिसाइल हमलों का सामना करने में असमर्थ रहा।
क्षेत्रीय तनाव में वृद्धि
यह हमला और खामेनेई के बयान इज़राइल और ईरान के बीच तनाव को और भी बढ़ा सकते हैं। पहले से ही दोनों देशों के बीच विवाद और तनाव काफी ऊंचाई पर थे, और अब खामेनेई के इस कड़े बयान ने स्थिति को और भी जटिल बना दिया है। ईरान और इज़राइल के बीच लंबे समय से शक्ति संघर्ष और ईरान के परमाणु कार्यक्रम को लेकर विवाद चल रहा है, जिसने क्षेत्रीय स्थिरता को खतरे में डाल दिया है।
अमेरिका के प्रति खामेनेई का गुस्सा
खामेनेई ने अपने बयान में अमेरिका को भी निशाने पर लिया है, उसे “पागल कुत्ता” कहकर उसकी नीतियों और इज़राइल के प्रति उसके समर्थन की कड़ी आलोचना की है। खामेनेई ने कहा कि अमेरिका क्षेत्रीय सुरक्षा और स्थिरता के लिए सबसे बड़ा खतरा है। ईरान लंबे समय से अमेरिका की नीतियों के खिलाफ आवाज उठाता रहा है, और इस बार का बयान भी उसी दिशा में दिया गया एक कड़ा संदेश है।
ईरान का आक्रमक रुख
ईरान का यह आक्रमक रुख दर्शाता है कि वह किसी भी परिस्थिति में अपने सैन्य अभियानों को रोकने वाला नहीं है। खामेनेई ने अपने बयान में स्पष्ट संकेत दिया है कि अगर ज़रूरत पड़ी तो ईरान इज़राइल पर और भी बड़े हमले करने के लिए तैयार है। ईरान की यह आक्रामक नीति न केवल इज़राइल बल्कि पूरे क्षेत्रीय सुरक्षा ढांचे के लिए एक गंभीर चुनौती हो सकती है।
भविष्य की संभावनाएँ
खामेनेई के इस बयान से यह साफ हो जाता है कि आने वाले समय में ईरान और इज़राइल के बीच और भी तनाव बढ़ सकता है। यह भी संभव है कि इस तनाव का असर अन्य देशों पर भी पड़े, खासकर अमेरिका, जो पहले से ही मध्य पूर्व में अपने प्रभाव को बनाए रखने के लिए संघर्ष कर रहा है। ईरान के इस आक्रामक रुख के चलते आने वाले समय में इस क्षेत्र में और भी अधिक अस्थिरता की संभावनाएँ बढ़ गई हैं।