Uttarakhand: शहीद सैनिकों के परिवारों को अब रोडवेज बसों में मुफ्त यात्रा की सुविधा
Uttarakhand: उत्तराखंड सरकार ने शहीद सैनिकों के परिवारों को रोडवेज बसों में मुफ्त यात्रा की सुविधा देने का महत्वपूर्ण निर्णय लिया है। यह निर्णय राज्य के सैनिक कल्याण मंत्री गणेश जोशी की अध्यक्षता में सैनिक कल्याण विभाग की बैठक में लिया गया। इस पहल के अंतर्गत, केवल वीरता पदक धारकों को ही नहीं, बल्कि शहीद सैनिकों के परिवारों को भी यह सुविधा उपलब्ध होगी।
निर्णय का उद्देश्य
यह निर्णय उन परिवारों के प्रति सम्मान और कृतज्ञता प्रकट करने के लिए है जिन्होंने अपने प्रियजनों को देश की रक्षा में खोया है। ऐसे परिवारों को समाज में विशेष स्थान दिया जाना चाहिए, और उनकी सुविधाओं को ध्यान में रखना आवश्यक है। यह कदम न केवल सैनिकों के परिवारों को आर्थिक रूप से मदद करेगा, बल्कि उन्हें यह भी महसूस कराएगा कि उनका बलिदान मूल्यवान है।
सामाजिक और भावनात्मक प्रभाव
इस पहल का सामाजिक और भावनात्मक प्रभाव भी गहरा होगा। यह कदम उन परिवारों को मजबूती प्रदान करेगा जो अपने शहीदों को याद करते हैं और यह दिखाएगा कि समाज उन्हें कभी नहीं भूलेगा। इसके अलावा, इससे अन्य लोगों को भी प्रेरणा मिलेगी कि वे भी अपने देश की सेवा में आगे बढ़ें और देश के प्रति अपनी जिम्मेदारियों को निभाएं।
अन्य निर्णय
सैनिक कल्याण मंत्री ने बैठक में यह भी निर्देश दिए कि संविदा कर्मचारियों जैसे उपनल कर्मचारियों को छुट्टी देने का प्रस्ताव कैबिनेट में लाया जाए। इस निर्णय से उन कर्मचारियों को भी सहायता मिलेगी जो सरकारी सेवा में लगे हुए हैं और देश की रक्षा में योगदान दे रहे हैं।
भोजन की व्यवस्था
सैनिकों, पूर्व सैनिकों, विधवाओं के आश्रितों के लिए प्रशिक्षण के दौरान भोजन की व्यवस्था के लिए जो राशि निर्धारित की गई थी, उसे बढ़ाकर 80 रुपये से 225 रुपये कर दिया गया है। यह निर्णय इस बात को दर्शाता है कि सरकार सैनिकों और उनके परिवारों की भलाई के लिए प्रतिबद्ध है।
समारोह और स्मारक निर्माण
चमोली जिले में तीन लांस नायक शौर्य चक्र विजेता रघुवीर सिंह, सिपाही सूरज सिंह तोपाल, महावीर चक्र विजेता सिपाही अनुप्रसाद के नाम पर गेट का निर्माण किया जाएगा। इसके अतिरिक्त, उत्तरकाशी में सुंदर सिंह, अल्मोड़ा में सिपाही दिनेश सिंह बिष्ट, टिहरी जिले में नायक प्रवीण सिंह और रुद्रप्रयाग में हवलदार देवेंद्र सिंह के नाम से शहीद द्वार का निर्माण किया जाएगा।
इस प्रकार के स्मारक केवल शहीदों की याद को संजोएंगे बल्कि आने वाली पीढ़ियों को भी प्रेरित करेंगे कि वे अपने देश के प्रति अपनी जिम्मेदारियों को समझें और अपने देश के प्रति प्रेम और सम्मान का भाव रखें।
बैठक का समापन
बैठक में यह बताया गया कि परिवहन निगम की बसों में मुफ्त यात्रा के लिए पास 30 वीरता पदक धारकों को भी जारी किए गए हैं। इस कदम से न केवल उन वीरों को सम्मानित किया जाएगा, बल्कि यह उन्हें समाज में एक विशेष स्थान भी प्रदान करेगा।
बैठक में उपस्थित अधिकारियों में सचिव सैनिक कल्याण दीपेंद्र चौधरी, सैनिक कल्याण निदेशक ब्रिगेडियर अमृतलाल, उप निदेशक कर्नल एमएस जोधा, उप निदेशक देवेंद्र कुमार आदि शामिल थे।