Exclusive: मणिपुर में हथियारों की जब्ती और नागालैंड में बस दुर्घटना
Exclusive: हाल ही में, मणिपुर में सुरक्षा बलों ने पिछले तीन दिनों में कई स्थानों से हथियारों और गोला-बारूद का एक बड़ा जखीरा जब्त किया है। यह कार्रवाई इस बात का संकेत देती है कि पुलिस और सुरक्षा बल मणिपुर में सुरक्षा स्थिति को नियंत्रित करने के लिए गंभीरता से काम कर रहे हैं।
मणिपुर में हथियारों की जब्ती
पुलिस के अनुसार, बुधवार को पूर्वी जिले के चांफाई पहाड़ी में एक ऑपरेशन के दौरान सुरक्षा बलों ने एक M-16 राइफल, एक .22 राइफल, दो SLR, एक देशी स्टेन गन, दो कार्बाइन, आठ देशी 9 मिमी पिस्तौल, 30 मैगज़ीन और 12 दो इंच के मोर्टार जब्त किए।
इससे पहले, लुवांगशांगबाम क्षेत्र में एक अन्य ऑपरेशन के दौरान, सुरक्षा बलों ने एक .32 पिस्तौल, एक 9 मिमी पिस्तौल, दो हैंड ग्रेनेड और दो इम्प्रोवाइज्ड मोर्टार बरामद किए।
इंफाल पश्चिम जिले के खेलेखोंग में मंगलवार को किए गए एक समान ऑपरेशन में सुरक्षा बलों ने एक SLR राइफल, एक संशोधित .303 राइफल, एक 9 मिमी पिस्तौल, 16 कारतूस और हैंड ग्रेनेड जब्त किए। सोमवार को, बिश्नुपुर जिले के गेलबुंग गांव में एक खोजी ऑपरेशन के दौरान एक AK-47 राइफल, एक मैगज़ीन, एक 12 बोर राइफल, एक 12 बोर पिस्तौल और एक 9 मिमी कार्बाइन मशीन गन जब्त की गई। इसके साथ ही, पांच डिटोनटर और 2.5 किलोग्राम IED भी बरामद हुए।
चुराचांदपुर के कांगवई में एक छापे के दौरान, सुरक्षा बलों ने दो देशी मोर्टार, दो देशी ग्रेनेड और दो देशी पिस्तौल भी जब्त किए।
नागालैंड में बस दुर्घटना
इसी बीच, नागालैंड के कोहिमा जिले के किग्वेमा गांव में एक बस दुर्घटना में आठ छात्र घायल हो गए। भारतीय सेना के स्पीयर कॉर्प्स ने बताया कि उन्होंने घायल छात्रों की मदद के लिए डॉक्टरों और पैरामेडिक्स की एक टीम भेजी। दुर्घटना के समय छात्रों को तत्काल चिकित्सा सहायता प्रदान की गई।
सेना के अधिकारियों के अनुसार, उनकी टीम दुर्घटना की सूचना मिलते ही तुरंत घटनास्थल पर पहुंच गई। वहां, डॉक्टरों ने घायल छात्रों का प्राथमिक उपचार किया और उन्हें आवश्यक चिकित्सा सहायता प्रदान की।
सुरक्षा स्थिति और प्रयास
मणिपुर में हथियारों की जब्ती और नागालैंड में हुई दुर्घटना दोनों ही क्षेत्र में सुरक्षा स्थिति की गंभीरता को दर्शाते हैं। मणिपुर में हिंसा और अव्यवस्था को नियंत्रित करने के लिए सरकार और सुरक्षा बल सक्रियता से काम कर रहे हैं।
इन प्रकार के ऑपरेशन यह दर्शाते हैं कि सुरक्षा बलों का ध्यान केवल हथियारों की जब्ती तक सीमित नहीं है, बल्कि वे सामुदायिक सुरक्षा और सहायता में भी भाग लेते हैं। नागालैंड में छात्रों की सुरक्षा के लिए सेना का सक्रिय हस्तक्षेप यह साबित करता है कि वे किसी भी संकट की स्थिति में तत्काल सहायता देने के लिए तत्पर हैं।