Dehradun News: 350 से अधिक कॉम्प्लेक्स पर लटक रही सीलिंग की तलवार, एमडीडीए ने नियमों के उल्लंघन पर जारी किए नोटिस
Dehradun News: देहरादून में लगातार बढ़ते ट्रैफिक दबाव के बीच पार्किंग की समस्या एक बड़ी चुनौती बनती जा रही है। शहर के विभिन्न व्यावसायिक प्रतिष्ठान और कॉम्प्लेक्स अपने वाहनों के लिए पर्याप्त पार्किंग की सुविधा देने से कतराते नजर आ रहे हैं। इसके बावजूद मसूरी देहरादून विकास प्राधिकरण (एमडीडीए) द्वारा बार-बार चेतावनी देने के बाद भी इन व्यापारिक प्रतिष्ठानों के मालिक नियमों का पालन नहीं कर रहे हैं। अब एमडीडीए ने ऐसे कॉम्प्लेक्स और व्यावसायिक प्रतिष्ठानों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करते हुए उन्हें सील करने का निर्णय लिया है।
देहरादून, ऋषिकेश, डोईवाला और विकासनगर में सर्वे के बाद जारी नोटिस
राजधानी देहरादून के अलावा, ऋषिकेश, डोईवाला और विकासनगर क्षेत्रों में एक विस्तृत सर्वेक्षण के बाद एमडीडीए ने 350 ऐसे कॉम्प्लेक्स और व्यावसायिक प्रतिष्ठानों की पहचान की है, जो पार्किंग नियमों का उल्लंघन कर रहे हैं। इन सभी को सीलिंग नोटिस जारी किए गए हैं और पार्किंग नियमों का पालन करने के सख्त निर्देश दिए गए हैं।
दिल्ली में बेसमेंट में चल रहे कोचिंग संस्थान में हादसे के बाद जांच के निर्देश
दिल्ली में बेसमेंट में चल रहे एक कोचिंग संस्थान में ड्रेनेज के पानी से हुए हादसे से सबक लेते हुए, एमडीडीए ने अपने उपाध्यक्ष बंशीधर तिवारी के निर्देश पर जिले भर के कॉम्प्लेक्स और व्यावसायिक प्रतिष्ठानों की जांच की। इस जांच में क्षेत्रीय अभियंताओं ने बेसमेंट पार्किंग, स्टिल्ट पार्किंग और अन्य पार्किंग व्यवस्थाओं का निरीक्षण किया। इस दौरान कुल 548 प्रतिष्ठानों की जांच की गई, जिसमें 350 प्रतिष्ठानों में पार्किंग नियमों का उल्लंघन पाया गया।
देहरादून में 250 से अधिक प्रतिष्ठानों पर पार्किंग व्यवस्था में लापरवाही
विशेषकर राजधानी देहरादून में लगभग 250 व्यापारिक प्रतिष्ठान और कॉम्प्लेक्स ऐसे पाए गए, जहां पार्किंग व्यवस्था में भारी लापरवाही बरती जा रही थी। एमडीडीए के उपाध्यक्ष बंशीधर तिवारी के अनुसार, सभी को सीलिंग नोटिस जारी कर दिए गए हैं और व्यवस्था में सुधार करने के सख्त निर्देश दिए गए हैं।
सीलिंग की कार्रवाई के बाद राज प्लाजा के बेसमेंट रैम्प की मरम्मत
एमडीडीए ने पहले राज प्लाजा के बेसमेंट रैम्प को पार्किंग के लिए अनुपयुक्त पाए जाने पर सील कर दिया था। कार्रवाई के बाद, राज प्लाजा कॉम्प्लेक्स के संचालक ने तुरंत रैम्प निर्माण की प्रक्रिया शुरू की और अब वह रैम्प बनकर तैयार हो चुका है। इससे यह स्पष्ट होता है कि एमडीडीए की सख्त कार्रवाई के बाद व्यावसायिक प्रतिष्ठान पार्किंग नियमों का पालन करने लगे हैं।
पार्किंग व्यवस्था न सुधारने पर होगी सीलिंग
एमडीडीए के उपाध्यक्ष बंशीधर तिवारी के अनुसार, क्षेत्रीय अभियंताओं से फिर से निरीक्षण रिपोर्ट मांगी गई है और जिन प्रतिष्ठानों में अभी भी पार्किंग शर्तों का उल्लंघन हो रहा है, वहां सीलिंग की कार्रवाई की जाएगी।
उल्लंघन इस प्रकार पाए गए
- बेसमेंट में पार्किंग की बजाय अन्य गतिविधियां पाई गईं।
- रैम्प का उपयोग पार्किंग के लिए उपयुक्त नहीं था।
- स्टिल्ट पार्किंग में वाहनों की जगह सामान रखा गया था।
- पार्किंग स्थल में पुराने वाहन खड़े पाए गए।
- पार्किंग के लिए पर्याप्त स्थान उपलब्ध नहीं था।
पार्किंग समस्या: एक बड़ा मुद्दा
देहरादून जैसे बड़े शहर में पार्किंग की समस्या तेजी से बढ़ रही है। बढ़ते ट्रैफिक के कारण, शहर की सड़कों पर पार्किंग की उचित व्यवस्था न होने से जाम की स्थिति पैदा हो जाती है। खासकर व्यावसायिक क्षेत्रों और कॉम्प्लेक्स के आसपास पार्किंग की सुविधा न होने से ग्राहकों और स्थानीय लोगों को खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। एमडीडीए द्वारा बार-बार निर्देश दिए जाने के बावजूद, कई प्रतिष्ठान पार्किंग की उचित व्यवस्था करने में असफल रहे हैं, जिससे अब सीलिंग जैसी सख्त कार्रवाई की जा रही है।
पार्किंग उल्लंघन: व्यापारिक प्रतिष्ठानों की लापरवाही
व्यापारिक प्रतिष्ठानों और कॉम्प्लेक्स मालिकों की लापरवाही के कारण, पार्किंग की समस्या लगातार बढ़ रही है। बेसमेंट या स्टिल्ट पार्किंग की जगह पर सामान रख देना या अन्य गतिविधियों का संचालन करना पार्किंग के लिए निर्धारित स्थान का दुरुपयोग है। इसके चलते पार्किंग की उचित व्यवस्था नहीं हो पाती है, जिससे वाहनों को सड़क पर खड़ा करने की मजबूरी बन जाती है। यह न केवल ट्रैफिक जाम की स्थिति को बढ़ावा देता है, बल्कि आम नागरिकों के लिए असुविधा का कारण भी बनता है।
एमडीडीए की सख्त कार्रवाई: एक सराहनीय कदम
एमडीडीए द्वारा व्यापारिक प्रतिष्ठानों पर की जा रही सीलिंग की कार्रवाई न केवल नियमों का उल्लंघन करने वालों के लिए एक चेतावनी है, बल्कि इससे शहर में पार्किंग समस्या को भी नियंत्रित करने में मदद मिलेगी। एमडीडीए के उपाध्यक्ष बंशीधर तिवारी द्वारा दिए गए निर्देशों के अनुसार, अब तक 350 से अधिक प्रतिष्ठानों को नोटिस जारी किए जा चुके हैं और निरीक्षण रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई की जा रही है।
नागरिकों की सुरक्षा और सुविधा
इस कार्रवाई का मुख्य उद्देश्य नागरिकों की सुरक्षा और सुविधा को ध्यान में रखते हुए शहर में पार्किंग की उचित व्यवस्था सुनिश्चित करना है। व्यावसायिक प्रतिष्ठानों के संचालकों को यह समझना होगा कि पार्किंग की सही व्यवस्था करना न केवल उनके व्यवसाय की सुरक्षा के लिए महत्वपूर्ण है, बल्कि इससे उनके ग्राहकों को भी सहूलियत मिलती है।