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Navya Haridas: वायनाड में प्रियंका गांधी के खिलाफ भाजपा की उम्मीदवार

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Navya Haridas: भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने हाल ही में वायनाड लोकसभा सीट के उपचुनाव के लिए कांग्रेस की प्रियंका गांधी वाड्रा के खिलाफ नव्या हरिदास को मैदान में उतारा है। यह सीट राहुल गांधी के लिए एक महत्वपूर्ण स्थान रही है, जिन्होंने यहां के पिछले चुनाव में जीत हासिल की थी। हालांकि, राहुल गांधी ने रायबरेली से भी जीत हासिल की थी और उन्होंने वहीं से सांसद बने रहने का निर्णय लिया। इसके परिणामस्वरूप, वायनाड सीट पर उपचुनाव हो रहा है, जिसमें मतदान 13 नवंबर को होना है और परिणाम 23 नवंबर को घोषित किए जाएंगे।

नव्या हरिदास का परिचय

39 वर्षीय नव्या हरिदास का राजनीतिक सफर काफी रोचक है। उन्होंने कोझिकोड नगर निगम में दो बार पार्षद का पद संभाला है और वे निगम में भाजपा संसदीय पार्टी की नेता हैं। इसके साथ ही, वे भाजपा महिला मोर्चा की राज्य महासचिव भी हैं। नव्या ने केरल के कैलिकट विश्वविद्यालय से संबद्ध केएमसीटी इंजीनियरिंग कॉलेज से मैकेनिकल इंजीनियरिंग में बीटेक की डिग्री प्राप्त की है। वे 2021 के केरल विधानसभा चुनावों में कोझिकोड दक्षिण क्षेत्र से भाजपा की उम्मीदवार थीं, लेकिन कांग्रेस के उम्मीदवार अहमद देवारकोविल से हार गईं।

वायनाड के विकास की आवश्यकता

नव्या हरिदास ने वायनाड सीट से अपनी नामांकन दाखिल करने के बाद कहा, “वायनाड के लोगों को विकास की आवश्यकता है। कांग्रेस परिवार वास्तव में वायनाड के लोगों की आवश्यकताओं को पूरा नहीं कर रहा है। इस चुनाव के बाद वायनाड के निवासियों को एक बेहतर सांसद की आवश्यकता है जो उनकी समस्याओं को समझ सके।” उन्होंने स्थानीय लोगों की चिंताओं को प्राथमिकता देने वाले एक नेता के महत्व पर जोर दिया। उन्होंने कहा, “मेरे पास प्रशासनिक अनुभव है, मैं केरल में दो बार चुनी गई पार्षद रही हूं। इसलिए, मैं पिछले आठ वर्षों से राजनीतिक क्षेत्र में काम कर रही हूं, लोगों की सेवा कर रही हूं, उनकी समस्याओं को जान रही हूं और हमेशा उनके साथ रही हूं।”

Navya Haridas: वायनाड में प्रियंका गांधी के खिलाफ भाजपा की उम्मीदवार

भाजपा की रणनीति

भाजपा ने वायनाड सीट पर नव्या हरिदास को उम्मीदवार बनाकर एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है। यह कदम न केवल वायनाड के विकास के मुद्दों को उठाने के लिए है, बल्कि यह कांग्रेस को भी एक चुनौती देने का प्रयास है, जो हमेशा से इस क्षेत्र में मजबूत रही है। भाजपा का मानना है कि नव्या की स्थानीय प्रशासन में अनुभव और उनके विकास संबंधी विचार वायनाड के लोगों के लिए फायदेमंद होंगे।

भाजपा ने यह भी स्पष्ट किया है कि नव्या हरिदास का चयन एक रणनीतिक कदम है, जिससे पार्टी इस चुनाव को लेकर गंभीरता से काम कर रही है। भाजपा के नेता मानते हैं कि वायनाड में नव्या के नेतृत्व में एक नई दिशा मिल सकती है, जो स्थानीय विकास के मुद्दों को प्राथमिकता देगी।

कांग्रेस और सीपीआई की चुनौती

उपचुनाव में कांग्रेस ने प्रियंका गांधी को उम्मीदवार बनाया है, जो कि एक प्रमुख नेता हैं और पार्टी की पहचान का एक महत्वपूर्ण हिस्सा हैं। प्रियंका गांधी का वायनाड में एक मजबूत समर्थन आधार है, इसलिए भाजपा के लिए यह चुनाव आसान नहीं होगा। इसके अलावा, कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया (CPI) ने वरिष्ठ नेता सत्यान मोकेरी को भी इस सीट पर अपना उम्मीदवार बनाया है, जो चुनावी मुकाबले को और भी रोचक बनाता है।

प्रियंका गांधी की चुनावी शैली और उनकी राजनीतिक स्थिति को देखते हुए, नव्या हरिदास के लिए यह चुनाव जीतना आसान नहीं होगा। प्रियंका गांधी ने हमेशा वायनाड के लोगों के साथ अपने संबंधों को मजबूत किया है और उनकी छवि एक समर्पित नेता की रही है।

नव्या हरिदास के नेतृत्व में परिवर्तन की संभावना

नव्या हरिदास का कहना है कि वे वायनाड के लोगों की समस्याओं को प्राथमिकता देंगी और विकास के लिए ठोस कदम उठाने का प्रयास करेंगी। उन्होंने कहा, “मैं वायनाड के लोगों को उनकी आवश्यकताओं के अनुसार सेवाएं देने का प्रयास करूंगी। मैं विकास के लिए सभी आवश्यक कदम उठाने के लिए प्रतिबद्ध हूं।” उनका प्रशासनिक अनुभव और राजनीतिक समझ उन्हें इस चुनौती में सक्षम बनाता है।

नव्या का कहना है कि उनकी कोशिश होगी कि वे स्थानीय लोगों की समस्याओं को समझें और उनके समाधान के लिए काम करें। उनका मानना है कि प्रशासनिक अनुभव से वे उन मुद्दों को बेहतर तरीके से समझ सकती हैं, जिनका सामना वायनाड के लोग कर रहे हैं।

Manoj kumar

Editor-in-chief

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