US Elections: राष्ट्रपति चुनाव की दौड़ में पेंसिल्वेनिया जीतना ट्रम्प और हैरिस के लिए जरूरी
US Elections: 2024 के राष्ट्रपति चुनावों में पेंसिल्वेनिया ने एक महत्वपूर्ण मोड़ ले लिया है, जहाँ डेमोक्रेटिक उम्मीदवार कमला हैरिस और उनके रिपब्लिकन प्रतिद्वंद्वी डोनाल्ड ट्रम्प के बीच मुकाबला रोमांचक होने की उम्मीद है। यह राज्य, जो अमेरिका की स्वतंत्रता संग्राम में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा चुका है, अब चुनावी रणनीतियों में एक केंद्र बिंदु बन चुका है। राजनीतिक विशेषज्ञों का मानना है कि पेंसिल्वेनिया की जीत इस चुनाव में निर्णायक साबित होगी।
चुनावी कॉलेज की संभावनाएँ
अमेरिका के सभी राज्यों में राजनीतिक समर्थन को देखते हुए, विशेषज्ञों ने पिछले मतदान के पैटर्न के आधार पर यह अनुमान लगाया है कि उम्मीदवारों को कितने चुनावी कॉलेज वोट मिलेंगे। इनमें से सात राज्यों को छोड़कर, जिनमें नेवादा (6 वोट), एरिज़ोना (11), विस्कॉन्सिन (10), मिशिगन (15), पेंसिल्वेनिया (19), जॉर्जिया (16) और नॉर्थ कैरोलिना (16) शामिल हैं, सभी में मतदान के पूर्वानुमान साफ हैं।
पेंसिल्वेनिया के बिना 270 का आंकड़ा नहीं
जैसे-जैसे राजनीतिक परिस्थितियाँ तेजी से बदल रही हैं, दोनों उम्मीदवारों के लिए पेंसिल्वेनिया जीतना आवश्यक हो गया है। हैरिस और ट्रम्प की चुनावी टीमों के हजारों स्वयंसेवक इस राज्य में मतदाताओं को अपने पक्ष में करने के लिए जुट चुके हैं। हाल ही में, द हिल के डेसिजन डेस्क हेडक्वार्टर ने एक पूर्वानुमान और मतदान औसत के विश्लेषण में कहा कि “हम नहीं सोचते कि कोई उम्मीदवार 270 चुनावी वोट हासिल कर सकेगा बिना पेंसिल्वेनिया जीते।” वर्तमान में इस राज्य का चुनावी समीकरण बिलकुल बराबरी पर है।
ट्रम्प का पिछला प्रदर्शन
एक रिपोर्ट के अनुसार, 270towin.com ने कमला हैरिस को 226 चुनावी कॉलेज वोट और डोनाल्ड ट्रम्प को 219 वोट दिए हैं। पेंसिल्वेनिया इस चुनाव में सबसे महत्वपूर्ण राज्य के रूप में उभरा है। ट्रम्प ने 2016 में इस राज्य को एक प्रतिशत से कम वोट के अंतर से जीता था और 2020 में लगभग एक प्रतिशत से हार गए थे। कमला हैरिस वहाँ उन्हें कड़ी टक्कर दे रही हैं, और इस राज्य को ‘टॉस-अप’ के रूप में देखा जा रहा है। यही कारण है कि हैरिस और ट्रम्प दोनों पेंसिल्वेनिया पर पूरी ताकत से दांव लगा रहे हैं।
2024 के लिए संभावित कुंजी क्षेत्र
न्यूयॉर्क टाइम्स की एक रिपोर्ट के अनुसार, 2024 के व्हाइट हाउस दौड़ में सात कुंजी क्षेत्रों के रूप में उभरने की संभावना है, जो निर्णायक साबित हो सकते हैं। लेकिन पेंसिल्वेनिया वह राज्य है जिसे हैरिस और ट्रम्प दोनों के शीर्ष रणनीतिकारों ने चुनाव में जीतने की सबसे संभावित जगह के रूप में देखा है। रिपोर्ट के अनुसार, ट्रम्प या विशेष रूप से हैरिस के लिए 270 चुनावी वोट तक पहुँच पाना बिना पेंसिल्वेनिया जीते संभव नहीं है।
डेमोक्रेट्स का रणनीतिक फोकस
हाल ही में, फिलाडेल्फिया में अपने फॉल रिट्रीट कार्यक्रम के दौरान डेमोक्रेटिक नेशनल फाइनेंस कमेटी ने भी इसी निष्कर्ष पर पहुँचा कि कमला हैरिस का पेंसिल्वेनिया के बिना जीतना संभव नहीं है। ट्रम्प की चुनावी टीम भी इसी पर सहमत है। इस बीच, डेमोक्रेट्स ब्लू वॉल जीतने की उम्मीद कर रहे हैं, जिसमें मिशिगन, विस्कॉन्सिन और पेंसिल्वेनिया शामिल हैं, जबकि ट्रम्प की टीम इन तीनों राज्यों में हैरिस को कड़ी चुनौती दे रही है। बता दें कि ट्रम्प ने 2016 में इन सभी राज्यों को जीता था।
पेंसिल्वेनिया की महत्वपूर्णता
कमला हैरिस और डोनाल्ड ट्रम्प दोनों के चुनावी अभियानों के लिए इस राज्य के 19 चुनावी वोट अत्यंत महत्वपूर्ण हैं, ताकि वे राष्ट्रपति चुनाव जीतने के लिए आवश्यक 270 वोट हासिल कर सकें। PBS न्यूज़ की रिपोर्ट के अनुसार, चुनावों के दौरान मुकाबले कैपिटल हिल पर नियंत्रण तय कर सकते हैं। इस रविवार, ट्रम्प की टीम ने पेंसिल्वेनिया में 21 अक्टूबर से बस यात्रा शुरू करने की घोषणा की। इसमें प्रमुख नामों में भारतीय अमेरिकी कश पटेल शामिल हैं।
दोनों पक्षों की तैयारी
हाल के महीनों में, NBC न्यूज़ के अनुसार, दोनों अभियान ने पेंसिल्वेनिया में व्यापक रूप से प्रचार किया है, जिसमें उनके राष्ट्रपति और उप-राष्ट्रपति उम्मीदवारों ने पिछले तीन महीनों में लगभग 50 बार राज्य का दौरा किया है, जो किसी भी स्विंग स्टेट में सबसे बड़ा आंकड़ा है।
पेंसिल्वेनिया की चुनावी बिसात में बढ़ती अहमियत बताती है कि कैसे आगामी चुनाव में यह राज्य निर्णायक भूमिका निभाने के लिए तैयार है। हैरिस और ट्रम्प दोनों इस राज्य को जीतने के लिए हर संभव प्रयास कर रहे हैं, क्योंकि यह न केवल उनकी व्यक्तिगत राजनीतिक महत्वाकांक्षाओं का सवाल है, बल्कि यह अमेरिकी राजनीति में आने वाले वर्षों का दिशा तय करने का भी माध्यम बन सकता है। इस चुनावी घड़ी में, पेंसिल्वेनिया का महत्व और भी बढ़ गया है, और यह देखना दिलचस्प होगा कि कौन उम्मीदवार इस महत्वपूर्ण राज्य को जीतने में सफल होगा।