CM Dhami ने बनबसा में सैनिकों के साथ मनाया दीपावली का पर्व
उत्तराखंड के CM Pushkar Singh Dhami ने दीपावली के पावन पर्व पर बनबासा में आईटीबीपी और एसएसबी के जवानों के साथ मिलकर इस विशेष अवसर को मनाया। यह कार्यक्रम बनबासा एसएसबी पोस्ट पर आयोजित किया गया, जहां सीएम ने सैनिकों के साथ बैठकर न केवल भोजन किया, बल्कि उन्हें उत्साहित भी किया। इस दौरान उन्होंने सुरक्षा बलों की महत्वपूर्ण भूमिका को भी सराहा और उनकी मेहनत को उच्च श्रेणी में रखा।
सुरक्षा बलों का महत्व
CM Dhami ने जवानों से बात करते हुए कहा कि देश की सीमाओं की रक्षा में उनका योगदान अविस्मरणीय है। उन्होंने यह भी कहा कि जब हमारे सैनिक सीमा पर चौकसी कर रहे होते हैं, तब हम आराम से सो सकते हैं। उनका यह संदेश जवानों के मनोबल को बढ़ाने वाला था, जो दिन-रात हमारी रक्षा के लिए तत्पर रहते हैं। सीएम ने जवानों को यह भरोसा दिलाया कि राज्य सरकार उनकी भलाई के लिए हमेशा तैयार है और उनके लिए आवश्यक सुविधाएं प्रदान करने में कोई कसर नहीं छोड़ेगी।
दीपावली का संदेश
दीपावली का पर्व केवल खुशियों का पर्व नहीं है, बल्कि यह एकता, प्रेम और भाईचारे का भी प्रतीक है। सीएम ने जवानों को दीपावली की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि यह पर्व हमें आपस में मिलकर रहने और एक-दूसरे का सम्मान करने का संदेश देता है। इस मौके पर मुख्यमंत्री ने दीप जलाकर और मिठाई बांटकर जवानों के साथ इस पर्व को और भी खास बना दिया।
भोजन का आयोजन
सैनिकों के साथ भोजन करने का निर्णय CM Dhami ने इस लिए लिया ताकि वह जवानों के साथ सामान्य और अनौपचारिक तरीके से जुड़ सकें। इस भोजन कार्यक्रम में विभिन्न प्रकार के पकवान शामिल थे, जो जवानों के लिए विशेष रूप से तैयार किए गए थे। CM Dhami ने सभी जवानों से उनके अनुभवों और चुनौतियों के बारे में भी बात की, जिससे उन्हें यह समझने का मौका मिला कि सैनिक किस प्रकार की कठिनाइयों का सामना करते हैं।
जवानों के लिए समर्थन
इस कार्यक्रम में सीएम ने यह भी आश्वासन दिया कि राज्य सरकार जवानों के कल्याण के लिए अनेक योजनाएं चला रही है। उन्होंने कहा कि सरकार जवानों की फैमिलियों के लिए भी योजनाएं बनाएगी ताकि वे भी अपने प्रियजनों के साथ बेहतर जीवन व्यतीत कर सकें। सीएम ने कहा कि हमारे सैनिक केवल सीमा पर ही नहीं, बल्कि हर संकट में हमारे साथ खड़े रहते हैं, इसलिए हमें उनके प्रति हमेशा कृतज्ञ रहना चाहिए।
बनबासा में इस दीपावली कार्यक्रम का आयोजन न केवल सैनिकों के प्रति सम्मान प्रकट करने का एक माध्यम था, बल्कि यह एक संदेश भी था कि हम सभी को अपने सुरक्षा बलों की मेहनत और बलिदान को याद रखना चाहिए। इस प्रकार के कार्यक्रमों से जवानों में उत्साह और जोश बढ़ता है, जिससे वे अपनी ड्यूटी को और बेहतर तरीके से निभा सकें।
CM Dhami के इस प्रयास से न केवल जवानों का मनोबल बढ़ा, बल्कि उन्होंने यह भी दिखाया कि सरकार अपने सैनिकों के प्रति कितनी संवेदनशील है। यह घटना यह दर्शाती है कि हमें अपने सुरक्षा बलों का हमेशा सम्मान करना चाहिए और उनके लिए जो भी संभव हो सके, वो प्रयास करने चाहिए। इस दीपावली पर, जब हम अपने परिवारों के साथ खुशियों का पर्व मना रहे थे, हमारे जवान सीमाओं पर तैनात थे, ताकि हम सुरक्षित रह सकें।