Delhi: छठ पूजा पर सीएम आतिशी की बड़ी घोषणा, दिल्लीवासियों को दी शुभकामनाएँ, अपराध में वृद्धि पर जताई चिंता
Delhi: दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी ने मंगलवार को छठ पूजा के अवसर पर एक प्रेस कॉन्फ्रेंस का आयोजन किया। इस मौके पर उन्होंने पूर्वांचल के लोगों को छठ पूजा की शुभकामनाएँ दीं और बताया कि उनके नेतृत्व में सरकार ने छठ पूजा के लिए 1000 से अधिक घाटों का निर्माण किया है। उन्होंने यह भी बताया कि अरविंद केजरीवाल के शासन से पहले केवल 60 छठ घाटों का निर्माण हुआ था।
घाटों की संख्या में वृद्धि
सीएम आतिशी ने कहा कि अगर पूर्वांचल के भाई-बहन दिल्ली में कहीं भी रहते हैं, तो उन्हें छठ मनाने के लिए एक से डेढ़ किलोमीटर दूर नहीं जाना पड़ेगा। उनका कहना था कि सरकार छठ के लिए पूरी तैयारी में जुटी है। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि छठ महापर्व की तैयारी में कोई कमी नहीं रहने दी जाएगी।
छठ महापर्व की तैयारी का निरीक्षण
सीएम ने बताया कि उन्होंने सोमवार को आईटीओ स्थित छठ घाट का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि इस महान पर्व के लिए सभी आवश्यक व्यवस्थाएँ पूरी की जाएँ। उन्होंने कहा, “किसी भी प्रकार की कमी नहीं होनी चाहिए। छठ महापर्व हमारी संस्कृति का महत्वपूर्ण हिस्सा है और हमें इसे पूरे उत्साह से मनाना है।”
छठ पूजा का महत्व
सीएम आतिशी ने कहा कि छठ पूर्वांचल के भाई-बहनों के लिए सबसे महत्वपूर्ण त्योहार है। उन्होंने बताया कि 2014 तक, दिल्ली में केवल 60 जगहों पर छठ पूजा आयोजित की जाती थी, लेकिन अब उनकी सरकार की वजह से यह पर्व 1000 से अधिक घाटों पर मनाया जाता है। उन्होंने कहा, “छठ पूजा में सभी दिल्लीवासियों की आस्था जुड़ी हुई है।”
आयोजनों की विस्तृत योजना
मुख्यमंत्री ने बताया कि सभी एमएलए और मंत्री लगातार सभी छठ घाटों का निरीक्षण कर रहे हैं। दिल्ली सरकार द्वारा इन घाटों पर तालाब बनाने से लेकर टेंट, रोशनी, स्वच्छता और सुरक्षा जैसे सभी आवश्यक इंतजाम किए जा रहे हैं। इसके अलावा, मैथिली-भोजपुरी अकादमी द्वारा कई घाटों पर सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे, ताकि भक्त इस महान पर्व को हर्षोल्लास के साथ मना सकें।
अधिकारियों को निर्देश
सीएम आतिशी ने अधिकारियों को निर्देशित किया कि सभी छठ घाटों की तैयारी को तेजी से पूरा किया जाए, ताकि अंतिम दिन कोई काम न रहे और भक्तों को किसी भी प्रकार की समस्या का सामना न करना पड़े। उनका मानना है कि सही प्रबंधन और योजना के तहत छठ महापर्व को धूमधाम से मनाया जा सकेगा।
विपक्ष की प्रतिक्रिया
वहीं, दिल्ली भाजपा अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने आरोप लगाया कि छठ पूजा के आयोजन के लिए यमुना की सफाई पर कोई ध्यान नहीं दिया गया है। उन्होंने कहा कि वजीराबाद से कालिंदी कुंज तक यमुना की स्थिति अत्यंत खराब है और लोग प्रदूषित पानी में पूजा करने के लिए मजबूर हैं। उन्होंने कहा, “आप सरकार के मंत्री सौरभ भारद्वाज और अन्य विधायक छठ घाटों के मुद्दे पर राजनीति कर रहे हैं, जिससे आम लोग सरकार से नाराज हैं।”
सचदेवा ने यह भी कहा कि सीएम आतिशी एक दिन पहले ही बेहतर सुविधाओं का दावा कर रही हैं, जबकि हकीकत यह है कि दिल्ली सरकार की लापरवाही के कारण घाटों पर व्यवस्थाएँ पूरी नहीं की गई हैं।
सुरक्षा चिंताओं का उल्लेख
सीएम आतिशी ने दिल्ली में बढ़ते अपराधों पर भी चिंता जताई। उन्होंने कहा कि यह अत्यंत आवश्यक है कि छठ महापर्व के दौरान सुरक्षा व्यवस्था को और भी सख्त किया जाए, ताकि भक्तों को कोई परेशानी न हो। उनका मानना है कि धार्मिक त्योहारों के दौरान सुरक्षा प्रबंधन का विशेष ध्यान रखा जाना चाहिए।
सीएम आतिशी की घोषणा ने दिल्ली के पूर्वांचल समुदाय में उत्साह का माहौल पैदा कर दिया है। सरकार द्वारा की जा रही तैयारियों से भक्तों को विश्वास है कि इस बार छठ पूजा धूमधाम से मनाई जाएगी। वहीं, विपक्षी दलों की आलोचना के बावजूद, दिल्ली सरकार इस महत्वपूर्ण पर्व के सफल आयोजन के लिए हर संभव प्रयास कर रही है।
आने वाले समय में यह देखना होगा कि क्या सरकार अपने वादों को पूरा कर पाती है और क्या भक्त अपने धार्मिक कर्तव्यों को निभाने में कोई कठिनाई का सामना करते हैं या नहीं। छठ पूजा केवल एक धार्मिक उत्सव नहीं है, बल्कि यह दिल्ली के विभिन्न समुदायों के बीच एकता और सामंजस्य का प्रतीक भी है।