CJI DY Chandrachud को न्यायमूर्ति संजीव खन्ना का भावुक विदाई संदेश, ‘जब एक विशाल वृक्ष हटता है…’
CJI DY Chandrachud: सुप्रीम कोर्ट के प्रमुख न्यायधीश (CJI) धनंजय यशवंत चंद्रचूड़ (DY चंद्रचूड़) के विदाई समारोह में न्यायमूर्ति संजीव खन्ना ने भावुक अंदाज में उन्हें श्रद्धांजलि दी और उनकी कार्यशैली और सुप्रीम कोर्ट में योगदान की सराहना की। न्यायमूर्ति संजीव खन्ना ने कहा कि चंद्रचूड़ के रिटायरमेंट के बाद सुप्रीम कोर्ट में एक बड़ा खालीपन रहेगा, जिसे भर पाना आसान नहीं होगा।
सुप्रीम कोर्ट बार एसोसिएशन का आयोजन
शुक्रवार को सुप्रीम कोर्ट बार एसोसिएशन (SCBA) ने एक विदाई समारोह आयोजित किया, जिसमें CJI चंद्रचूड़ को श्रद्धांजलि अर्पित की गई। चंद्रचूड़ ने इस मौके पर सुप्रीम कोर्ट के कामकाज और अपने कार्यकाल के दौरान किए गए सुधारों के बारे में चर्चा की। CJI चंद्रचूड़ सोमवार को 65 वर्ष की आयु में रिटायर हो जाएंगे, और इसके बाद न्यायमूर्ति संजीव खन्ना 11 नवंबर से 51वें CJI के रूप में अपना कार्यभार संभालेंगे।
न्यायमूर्ति खन्ना का भावुक बयान
विदाई समारोह में न्यायमूर्ति संजीव खन्ना ने कहा, “जब एक विशाल वृक्ष न्याय के जंगल से हटता है, तो पक्षी अपनी चुप्पी तोड़ देते हैं, और हवा भी जैसे अलग दिशा में बहने लगती है। बाकी पेड़ उस खाली जगह को भरने की कोशिश करते हैं, लेकिन जंगल पहले जैसा कभी नहीं रहता।”
न्यायमूर्ति खन्ना ने आगे कहा, “सोमवार से हमें यह बदलाव गहरी संवेदनाओं के साथ महसूस होगा। इस कोर्ट की रेत पत्थरों में और बार एवं बेंच के दिलों में इसका असर गूंजेगा।” उन्होंने CJI चंद्रचूड़ को एक बेहतरीन वक्ता और लेखक के रूप में भी सराहा और कहा कि उनका न्यायपालिका में योगदान बेजोड़ है।
CJI चंद्रचूड़ का मजाकिया अंदाज: ‘अब ट्रोलर्स बेरोजगार हो जाएंगे’
CJI DY चंद्रचूड़ ने समारोह के दौरान हल्के-फुल्के अंदाज में कहा, “मैं शायद पूरे न्यायिक प्रणाली में सबसे ज्यादा ट्रोल होने वाले जजों में से एक हूं। आप सभी जानते हैं कि मुझे कितना ट्रोल किया गया है। अब सोच रहा हूं कि सोमवार से क्या होगा? क्योंकि अब जो लोग मुझे ट्रोल करते थे, वे अब बेरोजगार हो जाएंगे!”
इसके बाद CJI चंद्रचूड़ ने मशहूर शायर बशीर बद्र की दो लाइनें पढ़ीं, जो उनके व्यक्तित्व और विचारों को दर्शाती हैं: “मुखलिफत से मेरी शक्ति बढ़ती है, मैं दुश्मनों का बड़ा ऐतबार करती हूं।”
CJI चंद्रचूड़ का सुप्रीम कोर्ट को विश्वासपूर्ण अलविदा
अपने विदाई भाषण में CJI चंद्रचूड़ ने कहा, “मैं सुप्रीम कोर्ट को इस विश्वास के साथ छोड़ रहा हूं कि यह अदालत न्यायमूर्ति संजीव खन्ना के सक्षम, स्थिर और अनुभवी हाथों में है। मुझे पूरा यकीन है कि सुप्रीम कोर्ट का भविष्य उज्जवल है।” उन्होंने संजीव खन्ना को उनके अगले CJI बनने के लिए शुभकामनाएं दी और कहा कि वह संजीव खन्ना के नेतृत्व में सुप्रीम कोर्ट की नई दिशा की उम्मीद रखते हैं।
एक लंबी यात्रा का समापन
CJI चंद्रचूड़ का कार्यकाल कई महत्वपूर्ण निर्णयों और सुधारों से भरा हुआ रहा। उनका कार्यकाल सुप्रीम कोर्ट की विविधता और समावेशिता को बढ़ावा देने में अहम रहा। CJI चंद्रचूड़ के नेतृत्व में कई ऐतिहासिक फैसले हुए, जिनमें महिला अधिकारों और संविधान के अनुरूप न्याय की प्रक्रिया में सुधार की दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठाए गए।
वह न केवल एक कुशल न्यायधीश रहे, बल्कि उनके विचार और भाषण न्यायपालिका में सुधार और प्रगति की दिशा में प्रेरणा स्रोत बने। न्यायमूर्ति चंद्रचूड़ ने हमेशा न्यायपालिका को एक ऐसा स्थान माना, जहां हर किसी को समान अधिकार और न्याय मिलना चाहिए।
न्यायमूर्ति चंद्रचूड़ का योगदान
CJI चंद्रचूड़ ने अपने कार्यकाल में सुप्रीम कोर्ट को एक समावेशी और न्यायपूर्ण संस्था बनाने के लिए कई सुधार किए। उन्होंने कोर्ट में केसों के जल्दी निपटान के लिए नई प्रक्रियाएं शुरू की, और साथ ही सामाजिक मुद्दों पर कई अहम फैसले दिए, जिनमें समलैंगिकता, महिलाओं के अधिकार, और धार्मिक स्वतंत्रता जैसी विषयों पर फैसला लिया गया।
उनकी न्यायिक नीति ने यह सुनिश्चित किया कि सभी वर्गों के लोगों को न्याय मिले, चाहे वह किसी भी जाति, धर्म या लिंग से हो। CJI चंद्रचूड़ का यह योगदान भारतीय न्यायपालिका के इतिहास में महत्वपूर्ण रहेगा।
न्यायमूर्ति संजीव खन्ना की भूमिका
न्यायमूर्ति संजीव खन्ना ने, जिन्हें CJI चंद्रचूड़ के बाद पदभार संभालना है, अब तक अपने कार्यकाल में कई अहम फैसले दिए हैं। वे सुप्रीम कोर्ट में एक वरिष्ठ न्यायधीश के रूप में कई मामलों में प्रमुख भूमिका निभा चुके हैं। उनके कार्यकाल की शुरुआत नई उम्मीदों और उभरते हुए बदलावों के साथ होने वाली है।
CJI DY चंद्रचूड़ का सुप्रीम कोर्ट में योगदान लंबे समय तक याद रखा जाएगा। उनके न्यायिक दृष्टिकोण, सुधारक दृष्टिकोण और व्यापक सोच ने भारतीय न्यायपालिका को एक नई दिशा दी। उनके रिटायरमेंट के बाद यह निश्चित है कि सुप्रीम कोर्ट में एक बड़ा खालीपन रहेगा, लेकिन न्यायमूर्ति संजीव खन्ना के नेतृत्व में यह संस्था नई ऊंचाइयों की ओर अग्रसर होगी। CJI चंद्रचूड़ के लिए न्यायमूर्ति खन्ना का यह भावुक विदाई भाषण उनकी अपार श्रद्धा और सम्मान को दर्शाता है।