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Dehradun: सूडान के छात्र पर दक्षिण अफ्रीकी छात्रा से दुष्कर्म का आरोप, निजी विश्वविद्यालय में पढ़ते हैं दोनों

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Dehradun: देहरादून से एक गंभीर मामला सामने आया है, जहां सूडान के एक छात्र पर दक्षिण अफ्रीकी छात्रा के साथ दुष्कर्म का आरोप लगा है। दोनों देहरादून के एक निजी विश्वविद्यालय में पढ़ाई कर रहे हैं।

पढ़ाई के दौरान हुआ परिचय

मिली जानकारी के अनुसार, पीड़ित छात्रा बीकॉम की पढ़ाई कर रही है, जबकि आरोपी छात्र बीबीए कर रहा है। दोनों के बीच परिचय पढ़ाई के दौरान हुआ था। यह मामला तब प्रकाश में आया जब छात्रा ने आरोप लगाया कि एक पार्टी के दौरान उसके साथ दुष्कर्म किया गया।

पार्टी में हुआ था घटना का अंजाम

पीड़िता ने बताया कि वह आरोपी की पार्टी में गई थी। पार्टी के दौरान जब वह सो रही थी, तब आरोपी ने कथित तौर पर उसके साथ दुष्कर्म किया। घटना से आहत छात्रा ने इस पूरे मामले की शिकायत दिल्ली में दर्ज कराई।

Dehradun: सूडान के छात्र पर दक्षिण अफ्रीकी छात्रा से दुष्कर्म का आरोप, निजी विश्वविद्यालय में पढ़ते हैं दोनों

दिल्ली में दर्ज की गई जीरो एफआईआर

पीड़िता ने दिल्ली में जीरो एफआईआर दर्ज कराई, जिसके बाद मामला देहरादून के क्लेमेंटटाउन पुलिस स्टेशन में ट्रांसफर किया गया। देहरादून पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए मामला दर्ज किया और जांच शुरू कर दी।

पुलिस कर रही है मामले की जांच

सदर सर्कल ऑफिसर अनिल जोशी ने बताया कि इस मामले में केस दर्ज कर लिया गया है और जांच जारी है। पुलिस ने विश्वविद्यालय प्रशासन से भी संपर्क किया है और आरोपी छात्र से पूछताछ की तैयारी की जा रही है।

विदेशी छात्रों के बीच बढ़ते अपराधों पर चिंता

यह घटना देहरादून में विदेशी छात्रों के बीच बढ़ते अपराधों को लेकर चिंता बढ़ा रही है। देहरादून कई वर्षों से विदेशी छात्रों की शिक्षा का एक प्रमुख केंद्र रहा है, लेकिन इस तरह की घटनाएं क्षेत्र की छवि को धूमिल करती हैं।

पुलिस ने लिया विश्वविद्यालय का बयान

घटना के बाद पुलिस ने संबंधित विश्वविद्यालय के प्रशासन से भी जानकारी मांगी है। प्रशासन का कहना है कि वह जांच में हर संभव मदद करेंगे। साथ ही, सुरक्षा उपायों को और मजबूत करने पर भी विचार किया जा रहा है।

पीड़िता को न्याय दिलाने का आश्वासन

पुलिस ने आश्वासन दिया है कि मामले की गहनता से जांच की जाएगी और दोषी को सख्त से सख्त सजा दिलाई जाएगी। पीड़िता को सुरक्षा प्रदान करने और उसकी मानसिक स्थिति का ध्यान रखने के लिए भी कदम उठाए गए हैं।

यह मामला समाज में महिला सुरक्षा और विदेशी छात्रों के अधिकारों को लेकर गंभीर सवाल खड़ा करता है। पुलिस और प्रशासन को न केवल इस मामले में त्वरित और निष्पक्ष कार्रवाई करनी चाहिए, बल्कि ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए ठोस कदम उठाने चाहिए। विश्वविद्यालयों को भी अपनी सुरक्षा प्रणाली को सुदृढ़ करना होगा ताकि इस तरह की घटनाएं दोबारा न हो।

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