PM Modi की ‘Mann Ki Baat’ में युवाओं के लिए पेड़ लगाओ अभियान और स्वच्छता को लेकर महत्वपूर्ण संदेश
PM Modi ने आज ‘Mann Ki Baat’ कार्यक्रम के 116वें एपिसोड में कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा की। इस बार के कार्यक्रम में विशेष रूप से युवाओं, पर्यावरण संरक्षण और स्वच्छता अभियान पर जोर दिया गया। प्रधानमंत्री मोदी ने अपने संबोधन में विभिन्न पहलुओं पर बात करते हुए समाज में सकारात्मक बदलाव की आवश्यकता को रेखांकित किया।
युवाओं को प्रेरित किया
प्रधानमंत्री मोदी ने कार्यक्रम में युवाओं से जुड़ी महत्वपूर्ण बातें साझा की। उन्होंने कहा कि NCC (नेशनल कैडेट कोर) का दिन है, और उन्होंने अपने समय के NCC कैडेट के अनुभव को साझा किया। उन्होंने बताया कि NCC युवाओं में अनुशासन, नेतृत्व और सेवा का भाव विकसित करता है। मोदी ने यह भी कहा कि जब कहीं आपदा आती है, तो NCC कैडेट्स मदद के लिए सबसे पहले पहुंचते हैं। इसके साथ ही, उन्होंने बताया कि अब NCC में लड़कियों की संख्या 40 प्रतिशत तक बढ़ गई है, जो यह दर्शाता है कि लड़कियां भी इस क्षेत्र में सक्रिय भागीदारी निभा रही हैं।
प्रधानमंत्री मोदी ने यह भी कहा कि आगामी 12 जनवरी को स्वामी विवेकानंद की जयंती के मौके पर विशेष कार्यक्रम होंगे। 12 जनवरी को ‘भारत मंडपम’ में युवा महाकुंभ का आयोजन होगा, जिसमें लाखों युवाओं की भागीदारी होगी। उन्होंने यह भी बताया कि इस कार्यक्रम में देश और विदेश के विशेषज्ञों की उपस्थिति रहेगी और एक रोडमैप तैयार किया जाएगा जिससे युवा राजनीति और समाज सेवा के क्षेत्र में सक्रिय भूमिका निभा सकें।
समाज सेवा में सक्रिय युवा
प्रधानमंत्री मोदी ने कार्यक्रम में उन युवाओं का भी उल्लेख किया जो समाज सेवा में अपनी भूमिका निभा रहे हैं। उन्होंने उदाहरण के तौर पर लखनऊ के वीरेंद्र का नाम लिया, जो बुजुर्गों को तकनीकी शिक्षा दे रहे हैं। इसी तरह भोपाल के महेश भी बुजुर्गों को मोबाइल पेमेंट की जानकारी दे रहे हैं। मोदी ने यह भी बताया कि डिजिटल अपराधों से बुजुर्गों को बचाने के लिए युवा जागरूकता फैलाने में जुटे हैं। उनका कहना था कि युवाओं की यह पहल समाज में सकारात्मक बदलाव ला रही है और यह प्रेरणादायक है।
पुस्तकों के प्रति प्रेम बढ़ाएं
प्रधानमंत्री ने बच्चों की शिक्षा से संबंधित कई पहलुओं पर चर्चा की। उन्होंने बताया कि पुस्तकें मनुष्य के सबसे अच्छे दोस्त होती हैं, और इस दोस्ती को मजबूत करने के लिए पुस्तकालयों का महत्व बढ़ाना होगा। मोदी ने चेन्नई के एक पुस्तकालय का उल्लेख किया, जहां 3000 से अधिक किताबें हैं और बच्चे वहां आकर अपनी रचनात्मकता को निखारते हैं। इसके साथ ही उन्होंने बिहार के गोपालगंज पुस्तकालय की चर्चा की, जो आसपास के गांवों के बच्चों को पढ़ाई के लिए एक बेहतरीन जगह प्रदान कर रहा है। प्रधानमंत्री ने यह भी बताया कि कई पुस्तकालय विद्यार्थियों को प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने में मदद कर रहे हैं।
भारतवंशियों की कहानियां और इतिहास संरक्षण
प्रधानमंत्री मोदी ने विदेशों में भारतीय मूल के लोगों की भूमिका को सराहा। उन्होंने कहा कि गुयाना में भारतीय मूल के लोग समाज के हर क्षेत्र में अग्रणी हैं, और यह एक बड़ा उदाहरण है कि कैसे भारतीय संस्कृति और पहचान को विदेशों में भी जीवित रखा जा सकता है। प्रधानमंत्री ने लोगों से अपील की कि वे ऐसे लोगों की कहानियां ढूंढें और साझा करें जिन्होंने विदेशों में भारतीयता को बनाए रखा है।
इसके साथ ही, उन्होंने ओमान में भारतीय समुदाय द्वारा किए जा रहे ऐतिहासिक प्रयासों का भी उल्लेख किया। ओमान में भारतीय मूल के लोगों ने भारतीय इतिहास के दस्तावेजों को इकट्ठा किया है और उनके अनुभवों को साझा किया है। इस तरह के ऐतिहासिक प्रयास देश के इतिहास को संरक्षित करने में मदद कर रहे हैं।
‘एक पेड़ मां के नाम’ अभियान का वैश्विक विस्तार
प्रधानमंत्री मोदी ने इस बार के ‘मन की बात’ में पर्यावरण से जुड़ी एक महत्वपूर्ण पहल का जिक्र किया। उन्होंने ‘एक पेड़ मां के नाम’ अभियान के तहत पांच महीने में 100 करोड़ पेड़ लगाने का लक्ष्य पूरा करने पर गर्व व्यक्त किया। यह अभियान अब देश के बाहर भी फैल चुका है, और गुयाना में भी राष्ट्रपति ने इस अभियान में भाग लिया। प्रधानमंत्री ने बताया कि इस अभियान के तहत लोग अपने-अपने मां के नाम पर पेड़ लगा रहे हैं, जिससे पर्यावरण संरक्षण को बढ़ावा मिल रहा है।
उन्होंने बताया कि इंदौर में 24 घंटे में 12 लाख पेड़ लगाए गए और जयसालमेर में महिलाओं ने एक घंटे में 25 हजार पेड़ लगाए, जो एक अनोखा रिकॉर्ड है। प्रधानमंत्री ने कहा कि यह अभियान न केवल पर्यावरण संरक्षण में योगदान दे रहा है, बल्कि यह लोगों को एकजुट भी कर रहा है।
चिड़ियों की भूमिका और संरक्षण
प्रधानमंत्री ने शहरीकरण के कारण हमारे जीवन से गायब हो रही चिड़ियों का भी उल्लेख किया। उन्होंने बताया कि चिड़ियां हमारे जैव विविधता को बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं, लेकिन बढ़ती शहरीकरण की वजह से इनकी संख्या घट रही है। प्रधानमंत्री ने लोगों से अपील की कि वे इस दिशा में प्रयास करें ताकि चिड़ियां फिर से हमारे जीवन का हिस्सा बन सकें।
स्वच्छता अभियान में सक्रिय भागीदारी
प्रधानमंत्री मोदी ने स्वच्छता अभियान की दिशा में किए जा रहे प्रयासों को भी सराहा। उन्होंने बताया कि सरकारी कार्यालयों में पुराने ढेर सारे फाइलों को खत्म करने के लिए एक विशेष स्वच्छता अभियान चलाया जा रहा है। साथ ही, उन्होंने मुंबई की दो बहनों, अक्षरा और प्रकृति, का उदाहरण दिया, जो पुराने कपड़ों से फैशन उत्पाद बना रही हैं। इसके अलावा, कानपुर और असम में भी लोग स्वच्छता अभियान में सक्रिय रूप से भाग ले रहे हैं। प्रधानमंत्री ने यह भी कहा कि छोटे प्रयासों से बड़े बदलाव आते हैं, और यह स्वच्छता अभियान इसके बेहतरीन उदाहरण हैं।
प्रधानमंत्री मोदी के ‘मन की बात’ कार्यक्रम ने न केवल युवाओं को प्रेरित किया, बल्कि समाज के विभिन्न क्षेत्रों में हो रहे सकारात्मक बदलावों को भी उजागर किया। उन्होंने पर्यावरण संरक्षण, स्वच्छता अभियान और समाज सेवा जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा करते हुए देशवासियों से इन पहलुओं में सक्रिय रूप से भाग लेने की अपील की। ‘मन की बात’ एक ऐसा मंच बन चुका है, जो भारतीय समाज में सकारात्मक परिवर्तन लाने की दिशा में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है।