Drugs Smuggling: 18 क्विंटल गांजा के साथ चार तस्कर गिरफ्तार, यूपी पुलिस की बड़ी कार्रवाई

Drugs Smuggling: बाराबंकी की नशा विरोधी टीम ने शुक्रवार रात जाजमऊ पर बड़ी सफलता हासिल की। यहां कानपुर-इटावा हाईवे पर एक डंपर से लगभग 18.30 क्विंटल गांजा बरामद किया गया। गांजा 49 बोरी में भरा हुआ था और इसे ओडिशा के जंगलों से लखनऊ की ओर तस्करी के जरिए भेजा जा रहा था। इस कार्रवाई में पुलिस ने डंपर चालक सहित तीन अन्य तस्करों को भी गिरफ्तार किया। इन तस्करों ने एक कार में डंपर के सामने चलकर गांजे की तस्करी की थी। पुलिस ने उन्हें भी पकड़ लिया।
नशा तस्करी का बड़ा नेटवर्क
डंपर में लोड गांजा चत्तीसगढ़-ओडिशा सीमा के जंगलों से लाकर लखनऊ भेजा जा रहा था। डीसीपी ईस्ट श्रवण कुमार ने बताया कि बाराबंकी के नशा विरोधी टीम के इंस्पेक्टर अयिनुद्दीन ने जाजमऊ पुलिस को सूचना दी थी कि एक डंपर में बड़ी मात्रा में गांजा लखनऊ जा रहा है। इसके बाद पुलिस टीम और जाजमऊ थाना पुलिस ने हाईवे पर डंपर को रुकवाया।
डंपर चालक ने पुलिस को देख भागने की कोशिश की, लेकिन उसे दबोच लिया गया। इसके बाद डंपर के आगे जा रही एक इको स्पोर्ट्स कार को भी रोका गया और उसमें बैठे तीन तस्करों को भी गिरफ्तार किया गया। पुलिस ने बताया कि ये तस्कर ओडिशा के जंगलों से गांजा लाकर उत्तर प्रदेश और अन्य राज्यों में सप्लाई कर रहे थे।
गांजा तस्करी की नई तरकीब
जाजमऊ थाना प्रभारी अजय प्रकाश ने बताया कि तस्करों ने गांजे को मछली और मुर्गी के खाने के पैकिंग में छिपा रखा था ताकि पुलिस को शक न हो। हालांकि, पुलिस ने तत्परता से कार्रवाई करते हुए गांजा की खेप को बरामद किया। डंपर में 49 बोरी गांजा और कार में दो पैकेट गांजा के सैंपल मिले।
तस्करों की गिरफ्तारी और पूर्व अपराधों का खुलासा
गिरफ्तार ड्राइवर पंडलिक ने अपना नाम छत्तीसगढ़ के रायपुर बानपुरी शिवानंद नगर का निवासी बताया। कार सवार तस्करों के नाम संतोष यादव, रामसागर यादव और मंगेश यादव बताए गए हैं। ये सभी आजमगढ़ के निवासी हैं। पुलिस के मुताबिक, डंपर का चालक पंडलिक पहले भी कई बार राजस्थान और मध्य प्रदेश में गांजा सप्लाई कर चुका था।
जाजमऊ थाना प्रभारी अजय प्रकाश ने कहा कि तस्कर ओडिशा से गांजा लाकर उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश और राजस्थान में सप्लाई कर रहे थे। तस्करों ने माना कि वे लखनऊ और बाराबंकी के लिए गांजा लेकर जा रहे थे, लेकिन यह नहीं बताया कि गांजा को आखिरकार किसे दिया जाना था। पुलिस की जांच जारी है।
आजमगढ़ का तस्करी नेटवर्क सक्रिय
पुलिस के मुताबिक, आजमगढ़ का एक गैंग गांजा तस्करी में शामिल है, जिसका मुख्य सरगना रामसागर यादव है। तस्करों ने बताया कि रामसागर और उसके साथी ओडिशा से गांजा लाकर उत्तर प्रदेश के विभिन्न जिलों में इसे बेचते हैं। हालांकि, तस्करों ने यह जानकारी नहीं दी कि गांजा को लखनऊ में किसे पहुंचाया जाना था। पुलिस ने बताया कि इस मामले में और गिरफ्तारियां संभव हैं, क्योंकि यह तस्करी का एक बड़ा नेटवर्क हो सकता है।
गांजा तस्करी की बड़ी साजिश का पर्दाफाश
पुलिस ने इस ऑपरेशन के दौरान तस्करों से कई अहम जानकारी प्राप्त की है, लेकिन तस्करों ने अब तक केवल इतना ही बताया है कि वे गांजा को लखनऊ और बाराबंकी ले जा रहे थे। हालांकि, इसके असली कनेक्शन का खुलासा अभी बाकी है। पुलिस ने डंपर और कार को जब्त कर लिया है और आरोपी तस्करों को न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। पुलिस ने बताया कि यह एक बड़ी तस्करी की साजिश थी, जिसमें ओडिशा और अन्य राज्यों से गांजा लाकर उत्तर प्रदेश और अन्य राज्यों में सप्लाई किया जा रहा था।
यूपी पुलिस की इस कार्रवाई ने तस्करी के एक बड़े नेटवर्क को उजागर किया है। इस सफलता से यह साफ है कि पुलिस विभाग अपनी निगरानी और जांच को लगातार तेज कर रहा है। गांजा तस्करी जैसे अपराधों पर अंकुश लगाने के लिए ऐसे ही ठोस कदम उठाए जाने चाहिए। इस मामले में अब पुलिस को और जांच करनी है ताकि तस्करी के पूरे नेटवर्क का पर्दाफाश किया जा सके और बड़े अपराधियों को पकड़ा जा सके।
इस मामले ने यह भी साबित किया है कि नशा तस्करी जैसे मामलों में अगर पुलिस ने समय रहते कार्रवाई की तो बड़ी साजिशों को नाकाम किया जा सकता है।






