Delhi AIIMS में MRI परीक्षण में होगा विस्तार, मरीजों को मिलेगा बड़ा लाभ
Delhi AIIMS: दिल्ली के अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS) में जल्द ही दो नई MRI मशीनें शुरू की जाएंगी। इन दोनों मशीनों को संस्थान के अलग-अलग ब्लॉकों में लगाया जा रहा है। AIIMS प्रशासन का कहना है कि इन नई मशीनों के शुरू होने से MRI परीक्षण की सुविधा बढ़ेगी और मरीजों को लंबे इंतजार से राहत मिलेगी।
AIIMS में पहले से हैं सात MRI मशीनें
वर्तमान में AIIMS में सात MRI मशीनें उपलब्ध हैं। इनमें से तीन मशीनें NMR (न्यूक्लियर मैग्नेटिक रेजोनेंस) विभाग में लगी हुई हैं। एक मशीन रेडियोलॉजी विभाग में, एक ट्रॉमा सेंटर में और एक अन्य मशीन गामा नाइफ के साथ स्थापित है। इसके अलावा, नेशनल कैंसर इंस्टीट्यूट (NCI) और ट्रॉमा सेंटर में भी एक-एक MRI मशीन है।
MRI परीक्षण के लिए लंबा इंतजार
AIIMS में रोजाना करीब 14 हजार मरीज OPD में आते हैं। सात MRI और दस CT स्कैन मशीनों की उपलब्धता के बावजूद, परीक्षण के लिए लंबे समय तक इंतजार करना पड़ता है। प्रत्येक MRI मशीन से रोजाना लगभग 30 मरीजों का परीक्षण किया जाता है। इसके बावजूद, MRI परीक्षण के लिए तीन साल तक का इंतजार समय देखा गया है।
MRI परीक्षण 24×7 करने की पहल
AIIMS के निदेशक डॉ. एम. श्रीनिवास ने अक्टूबर 2022 में संस्थान का कार्यभार संभालने के तुरंत बाद MRI और CT स्कैन की जांच 24 घंटे उपलब्ध कराने की व्यवस्था शुरू की। इसके साथ ही उन्होंने मशीनों की संख्या बढ़ाने का निर्देश भी दिया। इस पहल के तहत जांच का दायरा तो बढ़ा, लेकिन मरीजों की संख्या को देखते हुए अभी भी सुधार की आवश्यकता है।
गंभीर मरीजों को प्राथमिकता
AIIMS प्रशासन ने बताया कि MRI परीक्षण में प्राथमिकता रोग की गंभीरता के आधार पर तय की जाती है। आपातकालीन मरीजों का MRI परीक्षण कुछ घंटों के भीतर किया जाता है। वहीं, अस्पताल में भर्ती गंभीर मरीजों का MRI 48 घंटों के अंदर किया जाता है। OPD के गंभीर मरीजों को दो से चार हफ्ते के भीतर MRI जांच का समय दिया जाता है।
दो नई MRI मशीनें: विशेष सुविधाएं
AIIMS में एक नई MRI मशीन NMR विभाग में लगाई जा रही है, जबकि दूसरी मशीन नेशनल ओल्ड एज सेंटर में स्थापित की जा रही है। AIIMS की मीडिया प्रभारी डॉ. रीमा दादा ने बताया कि नई मशीनें शुरू होने से अधिक मरीजों का परीक्षण संभव होगा। विशेष रूप से नेशनल ओल्ड एज सेंटर आने वाले बुजुर्ग मरीजों को MRI परीक्षण के लिए दूसरे ब्लॉक में जाने की जरूरत नहीं होगी।
MRI मशीनों की जरूरत क्यों बढ़ रही है?
- मरीजों की बढ़ती संख्या: AIIMS में देशभर से मरीज इलाज के लिए आते हैं, जिससे MRI परीक्षण की मांग बढ़ गई है।
- सटीक और तेज निदान की आवश्यकता: MRI परीक्षण की मदद से रोगों का सही और समय पर पता लगाया जा सकता है।
- जटिल मामलों की बढ़ोतरी: कैंसर, न्यूरोलॉजिकल और अन्य जटिल रोगों के बढ़ने से MRI परीक्षण की आवश्यकता में वृद्धि हुई है।
नई मशीनों के फायदे
- MRI परीक्षण में तेजी आएगी।
- लंबी प्रतीक्षा सूची में कमी आएगी।
- बुजुर्ग मरीजों के लिए विशेष सुविधाएं उपलब्ध होंगी।
- गंभीर मरीजों के इलाज में देरी नहीं होगी।
AIIMS में MRI परीक्षण का मौजूदा स्वरूप
AIIMS प्रशासन का दावा है कि MRI मशीनों से रोजाना करीब 210 मरीजों का परीक्षण किया जा रहा है। इसके बावजूद, बढ़ती मांग के कारण यह संख्या अपर्याप्त है। नई मशीनों के आने से यह आंकड़ा और बढ़ सकेगा।
भविष्य की योजनाएं
AIIMS प्रशासन ने यह भी संकेत दिया है कि आने वाले समय में MRI और अन्य परीक्षण सुविधाओं को और विस्तारित किया जाएगा। मरीजों को बेहतर और समय पर सेवाएं देने के लिए नई तकनीकों का उपयोग किया जाएगा।
दिल्ली AIIMS में दो नई MRI मशीनों की शुरुआत मरीजों के लिए बड़ी राहत साबित होगी। इससे न केवल MRI परीक्षण की सुविधा में वृद्धि होगी, बल्कि मरीजों को लंबे इंतजार से भी छुटकारा मिलेगा। AIIMS प्रशासन की यह पहल न केवल तकनीकी सुधार की दिशा में कदम है, बल्कि मरीजों की देखभाल में भी एक बड़ी उपलब्धि है। उम्मीद है कि इस कदम से स्वास्थ्य सेवाओं का स्तर और ऊंचा होगा।