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Crime: शराबबंदी के बावजूद घर से भारी मात्रा में शराब बरामद, पुलिस भी रह गई हैरान

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Crime: बिहार में शराबबंदी कानून लागू है, लेकिन इसके बावजूद शराब तस्कर नए-नए तरीकों से इस अवैध कारोबार को अंजाम दे रहे हैं। बिहार के सहरसा जिले से एक ऐसा ही चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहां उत्पाद विभाग की टीम ने एक घर में छापेमारी के दौरान भारी मात्रा में विदेशी शराब बरामद की।

शराबबंदी के बावजूद जारी है अवैध कारोबार

बिहार में शराबबंदी कानून के तहत शराब का सेवन, बिक्री और व्यापार पूरी तरह से प्रतिबंधित है। इसके बावजूद राज्य में अवैध रूप से शराब का कारोबार लगातार जारी है। तस्कर शराब की आपूर्ति के लिए गुप्त स्थानों और नई तकनीकों का इस्तेमाल कर रहे हैं।

गुप्त सूचना पर हुई छापेमारी

सहरसा जिले के सदर थाना क्षेत्र के मीर टोला वार्ड नंबर 7/38 इलाके में एक गुप्त सूचना के आधार पर उत्पाद विभाग ने छापेमारी की। उत्पाद विभाग के इंस्पेक्टर संजीत कुमार ने बताया कि उन्हें सूचना मिली थी कि एक घर में बड़ी मात्रा में विदेशी शराब छुपाई गई है।

भारी मात्रा में शराब बरामद

छापेमारी के दौरान पुलिस ने 534 टेट्रा पैक और 36 बोतल विदेशी शराब बरामद की। इतनी बड़ी मात्रा में शराब देखकर उत्पाद विभाग की टीम भी हैरान रह गई। यह शराब घर के अंदर छुपा कर रखी गई थी ताकि पुलिस की नजरों से बचा जा सके।

व्यापारी गिरफ्तार

शराब के साथ एक व्यापारी को भी गिरफ्तार किया गया। गिरफ्तार व्यापारी का नाम सत्यम कुमार उर्फ राजा कुमार है, जो मीर टोला इलाके का निवासी है। सत्यम कुमार के खिलाफ उत्पाद अधिनियम के तहत मामला दर्ज कर लिया गया है।

Crime: शराबबंदी के बावजूद घर से भारी मात्रा में शराब बरामद, पुलिस भी रह गई हैरान

शराबबंदी कानून का उल्लंघन

राज्य में शराबबंदी के बावजूद शराब का अवैध कारोबार सरकार के लिए चुनौती बन गया है। पुलिस और उत्पाद विभाग लगातार ऐसी कार्रवाइयों को अंजाम दे रहे हैं, लेकिन तस्कर हर बार नए तरीके अपनाकर इस कारोबार को अंजाम दे रहे हैं।

पुलिस की सख्त कार्रवाई

उत्पाद विभाग ने कहा है कि इस मामले की पूरी जांच की जाएगी और इसमें शामिल अन्य लोगों को भी गिरफ्तार किया जाएगा। इसके अलावा, शराब तस्करों के खिलाफ लगातार कार्रवाई जारी रखने की योजना बनाई जा रही है।

शराबबंदी कानून पर सवाल

हाल के दिनों में बिहार में शराबबंदी कानून को लेकर कई सवाल उठाए गए हैं। कुछ विशेषज्ञों का कहना है कि यह कानून लागू होने के बावजूद इसका प्रभावी तरीके से पालन नहीं हो पा रहा है।

शराबबंदी कानून की चुनौतियां

  1. अवैध तस्करी: शराबबंदी के बाद से बिहार में शराब की अवैध तस्करी बढ़ गई है।
  2. नई तकनीक: तस्कर नई तकनीकों और छुपाने के तरीकों का इस्तेमाल कर रहे हैं।
  3. कानून का डर नहीं: तस्करों में कानून का डर नहीं दिखता, जिससे ऐसे मामले बढ़ रहे हैं।

सरकार की योजना

राज्य सरकार ने अवैध शराब कारोबार को रोकने के लिए नई योजनाएं बनाई हैं। पुलिस और उत्पाद विभाग को तकनीकी सहायता दी जा रही है ताकि गुप्त सूचनाओं पर तुरंत कार्रवाई की जा सके।

सहरसा जिले की यह घटना बताती है कि बिहार में शराबबंदी कानून का उल्लंघन किस हद तक हो रहा है। हालांकि, पुलिस और उत्पाद विभाग की सक्रियता सराहनीय है, लेकिन इसे रोकने के लिए और सख्त कदम उठाने की जरूरत है। सरकार और कानून प्रवर्तन एजेंसियों को मिलकर इस अवैध कारोबार को जड़ से खत्म करने के लिए काम करना होगा।

Manoj kumar

Editor-in-chief

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