Haridwar: रहस्यमई घटना से हरिद्वार पुलिस ने उठाया पर्दा, युवक की मौत का मातम मना रहा था परिवार, 8 दिन पुलिस ने सकुशल किया बरामद

कर्ज में डूबे युवक ने ख़ुद रची स्वयं के किडनैपिंग की कहानी, दोस्तों द्वारा उधारी के पैसे वापस मांगने पर छुटकारा पाने के लिए युवक ने रची साज़िश
हरिद्वार। एक अप्रैल को वादी रवि कश्यप पुत्र प्रीतम सिंह निवासी कस्बा गंगोह मौ. गुजरान जिला सहारनपुर उ.प्र. ने स्वयं के दामाद अजीत कश्यप पुत्र राकेश कुमार का अपनी दुकान भगत जी चाट भण्डार रानीपुर मोड से अपने घर के लिये निकलना व अभी तक वापस न आने के सम्बन्ध में गुमशुदगी पंजीकृत की गयी।
घटना की संवेदनशीलता को देखते हुए एसएसपी हरिद्वार द्वारा अलग अलग टीमें गठित कर जल्द गुमशुदा की बरामदगी हेतु निर्देशित किया गया। जिसपर कोतवाली नगर पुलिस द्वारा 5 टीमें व एक टीम सादे वस्त्रो में गठित की गई जिनके द्वारा घटनास्थल से लेकर थाना क्षेत्र के व थाना क्षेत्र से बाहर के रोडवेज बस अड्डा, रेलवे स्टेशन, टैक्सी स्टैंण्ड, भूपतवाला, कोर इंजीनियंरिग काँलेज रुडकी, बहादराबाद, चण्डीघाट से ऋषिेकेश तक 150 से अधिक सीसीटीवी कैमरे चैक कर सर्विलांस व जांच के दौरान पुलिस को सीसीटीवी में गुमशुदा अजीत का अपनी गाडी को रुडकी मे स्वयं खडा कर गायब होना व बस से ऋषिकेष जाने की फुटेज प्राप्त हुई।
जिसपर टीम द्वारा हुए गुमशुदा की पल पल की जानकारी की गई। जिसपर टीम द्वारा उक्त गुमशुदा को ऋषिकेश से सकुशल बरामद किया गया। गुमशुदा अजीत ने देवबन्द के कुछ लोगो के पैसे देने थे जिस पर गुमशुदा अजीत ने अपने गायब होने की झूठी कहानी रच कर प्लान के मुताबिक रुड़की कोर कॉलेज के पास खाली पड़े प्लॉट पर बाइक खड़ी कर अपने दोस्त को फोन कर कुछ लोगों के उसके पीछे पड़े होने की बात कही और मोबाइल से सिम निकाल कर फेंक दिया।
उसके बाद सीसीटीवी कैमरों से छिपते छुपते बस से ऋषिकेश जा पहुंचा और ख़ुद नींद की गोली खाकर ख़ुद को ज़हर खुरानी गिरोह का शिकार होने का ड्रामा कियाl आरोपी के क़ब्ज़े से हरिद्वार से ऋषिकेश जाने की बस टिकट बरामद करते हुए आरोपी के विरुद्ध 83 पुलिस एक्ट में कार्यवाही की गई।
बरामद गुमशुदा का नाम पता
अजीत कश्यप पुत्र राकेश कुमार निवासी मौहल्ला कायस्थ वार्ड देवबन्द जिला सहारनपुर उ0प्र0 उम्र 28 वर्ष