Karnaprayag: युवती ने पुल से पिंडर नदी में लगाई छलांग, SDRF ने शुरू किया खोज अभियान
Karnaprayag: उत्तराखंड के कर्णप्रयाग में मंगलवार को एक युवती ने पिंडर नदी के पुल से छलांग लगाई, जिससे इलाके में हड़कंप मच गया। युवती के नदी में कूदने के तुरंत बाद स्थानीय लोगों ने घटना की जानकारी दी, जिसके बाद पुलिस और एसडीआरएफ (राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल) की टीम मौके पर पहुंची और तुरंत खोजबीन अभियान शुरू किया। हालांकि, खबर लिखे जाने तक युवती का कोई सुराग नहीं मिल सका है। यह घटना लोगों के बीच चर्चा का विषय बन गई है, और सभी लोग युवती की सुरक्षा को लेकर चिंतित हैं।
घटना का विवरण
घटना मंगलवार दोपहर की है, जब स्थानीय लोग पुल से गुजर रहे थे। कर्णप्रयाग के सुबाष नगर से आईटीआई की ओर जाने वाले पुल पर एक युवती खड़ी दिखाई दी। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, युवती कुछ देर तक पुल पर खड़ी रही और फिर अचानक उसने नदी में छलांग लगा दी। युवती को नदी में करीब 100 मीटर तक तैरते हुए देखा गया, जिसके बाद वह नदी की तेज धारा में गायब हो गई।
प्रत्यक्षदर्शियों ने तुरंत घटना की सूचना एसडीआरएफ, डीडीआरएफ (जिला आपदा प्रतिक्रिया बल) और स्थानीय पुलिस को दी। सूचना मिलते ही एसडीआरएफ और पुलिस की टीम मौके पर पहुंची और बचाव कार्य शुरू किया। लेकिन नदी की तेज धाराओं के कारण अब तक युवती का कोई पता नहीं चल पाया है।
एसडीआरएफ की खोजबीन अभियान
घटना की गंभीरता को देखते हुए एसडीआरएफ ने तुरंत खोजबीन अभियान शुरू किया। एसडीआरएफ की टीम ने पिंडर नदी में युवती की खोज के लिए गोताखोरों को भी तैनात किया है। नदी की तेज धाराओं और ऊबड़-खाबड़ रास्तों के कारण खोजबीन में कठिनाइयां आ रही हैं। इसके बावजूद एसडीआरएफ की टीम लगातार युवती को खोजने के प्रयास में जुटी हुई है।
प्रत्यक्षदर्शियों का बयान
प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि घटना दोपहर के समय की है, जब पुल पर काफी लोग आ-जा रहे थे। एक प्रत्यक्षदर्शी ने बताया, “हमने देखा कि एक युवती पुल पर खड़ी थी और कुछ सोच रही थी। फिर अचानक उसने बिना किसी पूर्व संकेत के नदी में छलांग लगा दी। हमने उसे करीब 100 मीटर तक तैरते हुए देखा, लेकिन फिर वह नदी की तेज धाराओं में खो गई।”
स्थानीय लोगों ने तुरंत मदद के लिए पुलिस और एसडीआरएफ को सूचना दी, लेकिन जब तक टीम पहुंची, तब तक युवती का कोई पता नहीं चला था। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, युवती के चेहरे पर कोई तनाव या घबराहट नहीं थी, जिससे ऐसा लगता है कि यह कोई आकस्मिक कदम था।
पुलिस की प्रतिक्रिया
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि उन्हें घटना की जानकारी मिलते ही एसडीआरएफ और डीडीआरएफ की टीम के साथ मौके पर भेजा गया। “हमारी टीम तुरंत घटनास्थल पर पहुंच गई और नदी में खोजबीन अभियान शुरू कर दिया गया। अभी तक युवती का कोई सुराग नहीं मिला है, लेकिन हम पूरी कोशिश कर रहे हैं कि जल्द से जल्द उसे खोज लिया जाए,” पुलिस अधिकारी ने कहा।
इसके साथ ही, पुलिस युवती की पहचान और उसके परिवार की जानकारी जुटाने का भी प्रयास कर रही है। अभी तक युवती की पहचान सार्वजनिक नहीं की गई है, लेकिन पुलिस का कहना है कि वे जल्द ही उसकी जानकारी प्राप्त करने की कोशिश करेंगे।
स्थानीय लोगों की प्रतिक्रिया
इस घटना के बाद स्थानीय लोगों में चिंता का माहौल है। लोग इस घटना को लेकर काफी व्यथित हैं और युवती की सुरक्षा को लेकर प्रार्थना कर रहे हैं। कर्णप्रयाग में नदी के किनारे रहने वाले लोगों ने भी घटना के बाद बचाव कार्यों में मदद करने की कोशिश की, लेकिन नदी की तेज धाराओं ने इसे मुश्किल बना दिया।
स्थानीय निवासी सुनील कुमार ने कहा, “यह बहुत दुखद घटना है। हम सभी युवती के सुरक्षित होने की प्रार्थना कर रहे हैं। पुलिस और एसडीआरएफ की टीम बहुत मेहनत कर रही है, और हमें उम्मीद है कि वे जल्द ही उसे ढूंढ़ निकालेंगे।”
समाज में मानसिक स्वास्थ्य और परामर्श की आवश्यकता
इस घटना ने एक बार फिर से मानसिक स्वास्थ्य और भावनात्मक परामर्श की आवश्यकता को उजागर किया है। ऐसी घटनाएं समाज में बढ़ते मानसिक तनाव और युवाओं के बीच भावनात्मक समर्थन की कमी को दर्शाती हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि युवाओं को इस तरह के संकटों से निपटने के लिए मानसिक परामर्श और परिवार के साथ संवाद की आवश्यकता है।
कई मामलों में, युवाओं को अपने जीवन में आने वाली समस्याओं के समाधान के लिए सही मार्गदर्शन नहीं मिल पाता है, जिससे वे हताशा की स्थिति में इस तरह के कदम उठाने को मजबूर हो जाते हैं। ऐसे में यह जरूरी है कि परिवार, स्कूल, और समाज मिलकर एक ऐसा माहौल तैयार करें, जिसमें युवाओं को भावनात्मक सहयोग और मानसिक समर्थन मिले।