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Terrible fire in Delhi: लाखों के फर्नीचर जलकर हुए राख, 44 लोगों को सुरक्षित निकाला गया

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Terrible fire in Delhi: दिल्ली के पहाड़गंज क्षेत्र के मुल्तानी धंदा में शनिवार की सुबह एक बड़े फायर इवेंट ने हड़कंप मचा दिया। इस घटना ने न केवल फर्नीचर मार्केट में भयंकर तबाही मचाई, बल्कि स्थानीय लोगों की जान को भी खतरे में डाल दिया। सुबह 3:20 बजे अग्निशामक विभाग को आग लगने की सूचना मिली और तुरंत सात फायर इंजन घटनास्थल पर भेजे गए।

Terrible fire in Delhi: लाखों के फर्नीचर जलकर हुए राख, 44 लोगों को सुरक्षित निकाला गया

घटनास्थल पर तुरंत कार्रवाई

जैसे ही घटना की जानकारी मिली, स्थानीय पुलिस स्टेशन के प्रभारी ने अपने सीमित स्टाफ के साथ तत्परता से कार्रवाई की। उन्होंने नजदीकी इमारतों के शटर तोड़कर 44 लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला, इससे पहले कि फायर फाइटिंग टीम वहां पहुंच सके। यह त्वरित और साहसी कदम स्थानीय निवासियों की जान बचाने में महत्वपूर्ण साबित हुआ।

आग पर नियंत्रण पाने में समय लगा

अग्निशामक अधिकारी ने बताया कि आग पर नियंत्रण पाने में चार घंटे का समय लगा। हालांकि इस घटना में कोई जनहानि नहीं हुई, लेकिन फर्नीचर और अन्य लकड़ी के सामानों का लाखों रुपये का नुकसान हुआ। प्रारंभिक जांच में आग लगने का कारण शॉर्ट सर्किट बताया जा रहा है। अधिकारी ने कहा कि मामले की आगे की जांच जारी है।

स्थानीय प्रशासन की भूमिका

इस आग की घटना ने स्थानीय प्रशासन और फायर डिपार्टमेंट की तत्परता और प्रभावशीलता को एक बार फिर से उजागर किया। घटनास्थल पर पहुंचते ही, अग्निशामक टीम ने आग बुझाने के लिए युद्धस्तर पर काम करना शुरू कर दिया। इस दौरान, पुलिस ने भी आम जनता को सुरक्षित स्थानों पर भेजने के लिए आवश्यक कदम उठाए।

फर्नीचर बाजार का महत्व

मुल्तानी धंदा का फर्नीचर मार्केट दिल्ली का एक प्रमुख व्यापारिक केंद्र है। यहां पर देश के विभिन्न हिस्सों से फर्नीचर और अन्य सामान खरीदा और बेचा जाता है। आग लगने के कारण हुए नुकसान ने न केवल व्यापारियों को प्रभावित किया है, बल्कि यहां काम करने वाले श्रमिकों और स्थानीय निवासियों को भी प्रभावित किया है।

सुरक्षा उपायों की आवश्यकता

इस घटना ने एक बार फिर से सुरक्षा उपायों की आवश्यकता को उजागर किया है। फायर सेफ्टी प्रोटोकॉल का पालन करना सभी व्यवसायों के लिए अनिवार्य है, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं को टाला जा सके। स्थानीय प्रशासन को चाहिए कि वे व्यापारियों को जागरूक करें और सुनिश्चित करें कि सभी व्यवसाय फायर सेफ्टी नियमों का पालन करें।

Manoj kumar

Editor-in-chief

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