Air India की पायलट Shrishti Tuli के आत्महत्या मामले में खुलासे, बॉयफ्रेंड पर गंभीर आरोप
मुंबई में रहने वाली 25 वर्षीय Shrishti Tuli, जो Air India में एक पायलट के रूप में काम करती थीं, की आत्महत्या का मामला इन दिनों चर्चा में है। सृष्टि ने अपने किराए के फ्लैट में डेटा केबल का इस्तेमाल कर फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। इस घटना के बाद पुलिस ने उनके बॉयफ्रेंड आदित्य पंडित को गिरफ्तार किया है। उन पर सृष्टि को आत्महत्या के लिए उकसाने का आरोप लगाया गया है।
अब मृतक सृष्टि के परिवार वालों ने उनके बॉयफ्रेंड आदित्य पंडित पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं। इनमें सबसे बड़ा आरोप यह है कि आदित्य ने सृष्टि को शारीरिक और मानसिक रूप से प्रताड़ित किया और उसे नॉन-वेज खाना छोड़ने के लिए मजबूर किया।
नॉन-वेज खाना छोड़ने का दबाव
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, सृष्टि तुली मुंबई के मरोल इलाके में अपने किराए के फ्लैट में रहती थीं। बीते सोमवार को उन्होंने आत्महत्या की। सृष्टि के परिवार वालों ने आदित्य पंडित पर आरोप लगाया है कि वे सृष्टि को मानसिक रूप से प्रताड़ित करते थे और अक्सर उसके खाने की आदतों पर सवाल उठाते थे। आदित्य उसे नॉन-वेज खाना छोड़ने के लिए मजबूर करते थे।
सृष्टि और आदित्य की मुलाकात करीब दो साल पहले एक कॉमर्शियल पायलट कोर्स के दौरान हुई थी। इस मुलाकात के बाद दोनों के बीच प्रेम संबंध शुरू हो गए। लेकिन समय के साथ इन संबंधों में तनाव बढ़ता गया।
आत्महत्या की घटना का विवरण
पुलिस जांच के अनुसार, घटना के दिन आदित्य पंडित दिल्ली जा रहे थे। रास्ते में सृष्टि ने उन्हें फोन करके आत्महत्या करने की बात कही। इसके बाद आदित्य मुंबई वापस आए और उन्होंने देखा कि सृष्टि के फ्लैट का दरवाजा अंदर से बंद था। दरवाजा खुलवाने के लिए उन्होंने एक चाबी बनाने वाले की मदद ली।
जब फ्लैट का दरवाजा खोला गया, तो सृष्टि अंदर डेटा केबल से फांसी पर लटकी हुई पाई गईं। उन्हें तुरंत अस्पताल ले जाया गया, लेकिन डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
“सृष्टि आत्महत्या नहीं कर सकती” – परिवार का बयान
सृष्टि तुली के परिवार वालों ने इस घटना पर गहरा दुख व्यक्त किया है और दावा किया है कि सृष्टि आत्महत्या नहीं कर सकती थीं। उनके एक रिश्तेदार का कहना है कि सृष्टि एक प्रशिक्षित पायलट थीं और इस तरह का कदम उठाना उनकी प्रवृत्ति में नहीं था।
परिवार ने आदित्य पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि वह सृष्टि को अक्सर प्रताड़ित करते थे और सार्वजनिक रूप से उनका अपमान भी करते थे। इसके अलावा, परिवार ने यह भी आरोप लगाया कि आदित्य सृष्टि पर अपने फैसले थोपते थे, जिससे वह मानसिक रूप से काफी दबाव में रहती थीं।
पुलिस ने दर्ज किया केस
सृष्टि तुली के परिवार की शिकायत के आधार पर पुलिस ने आदित्य पंडित के खिलाफ मामला दर्ज किया है। उन्हें आत्महत्या के लिए उकसाने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। आदित्य को कोर्ट ने चार दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया है।
आत्महत्या के पीछे के कारण
सृष्टि तुली की आत्महत्या ने कई सवाल खड़े किए हैं। उनके परिवार और दोस्तों के अनुसार, सृष्टि एक आत्मनिर्भर और साहसी महिला थीं। उनकी आत्महत्या का कारण उनके रिश्ते में बढ़ते तनाव को माना जा रहा है।
- मानसिक प्रताड़ना:
सृष्टि के परिवार का कहना है कि आदित्य ने उन्हें मानसिक रूप से बहुत प्रताड़ित किया। वह उन्हें नॉन-वेज खाना छोड़ने और अपने अनुसार जीवन जीने के लिए मजबूर करते थे। - सार्वजनिक अपमान:
परिवार के अनुसार, आदित्य अक्सर सृष्टि का सार्वजनिक रूप से अपमान करते थे, जिससे वह मानसिक रूप से टूट गई थीं। - भावनात्मक दबाव:
सृष्टि को उनके रिश्ते में लगातार भावनात्मक दबाव का सामना करना पड़ रहा था।
परिवार का बयान और न्याय की मांग
सृष्टि के परिवार ने इस मामले में कड़ा रुख अपनाया है। उन्होंने कहा है कि वह चाहते हैं कि आदित्य को सख्त से सख्त सजा दी जाए। परिवार का कहना है कि यह मामला सिर्फ उनकी बेटी का नहीं है, बल्कि उन सभी महिलाओं का है, जो मानसिक और शारीरिक प्रताड़ना का सामना कर रही हैं।
नॉन-वेज खाने पर रोक: एक विवादास्पद मुद्दा
इस मामले में आदित्य पंडित द्वारा सृष्टि को नॉन-वेज खाना छोड़ने के लिए मजबूर करने का आरोप भी चर्चा में है। यह आरोप दिखाता है कि कैसे खाने की आदतों को लेकर भी रिश्तों में तनाव पैदा हो सकता है।
- खुद के फैसले थोपना:
किसी व्यक्ति की खाने की आदतें उसका निजी मामला होती हैं। इसे लेकर किसी पर दबाव बनाना मानसिक प्रताड़ना का कारण बन सकता है। - रिश्तों में स्वतंत्रता का महत्व:
एक स्वस्थ रिश्ते में दोनों पक्षों को अपनी पसंद और निर्णय लेने की स्वतंत्रता मिलनी चाहिए।
आत्महत्या की बढ़ती घटनाएं
सृष्टि तुली की आत्महत्या एक ऐसी घटना है, जो समाज में आत्महत्या की बढ़ती घटनाओं की ओर इशारा करती है।
- मानसिक स्वास्थ्य का महत्व:
मानसिक स्वास्थ्य पर ध्यान देना बेहद जरूरी है। तनाव और अवसाद से जूझ रहे लोगों को समय पर मदद मिलनी चाहिए। - समाज की भूमिका:
समाज को मानसिक स्वास्थ्य से जुड़े मुद्दों पर अधिक जागरूक होना चाहिए। - कानूनी पहलू:
आत्महत्या के लिए उकसाने के मामलों में दोषियों को सख्त सजा दी जानी चाहिए, ताकि ऐसी घटनाओं को रोका जा सके।
पुलिस की जांच और भविष्य की कार्यवाही
इस मामले में पुलिस सभी तथ्यों की जांच कर रही है। सृष्टि के परिवार और दोस्तों के बयान दर्ज किए जा रहे हैं। पुलिस यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि सृष्टि ने इतना बड़ा कदम क्यों उठाया।
- डिजिटल सबूत:
सृष्टि और आदित्य के बीच हुई बातचीत के डिजिटल सबूत जुटाए जा रहे हैं। - मनोवैज्ञानिक विश्लेषण:
सृष्टि की मानसिक स्थिति का विश्लेषण किया जा रहा है, ताकि आत्महत्या के कारणों को बेहतर तरीके से समझा जा सके।
सृष्टि तुली की आत्महत्या का मामला समाज में रिश्तों में बढ़ते तनाव और मानसिक स्वास्थ्य की अनदेखी की ओर इशारा करता है। यह घटना हमें यह सिखाती है कि किसी भी रिश्ते में स्वतंत्रता और आपसी सम्मान का होना बहुत जरूरी है।
इस मामले में पुलिस को निष्पक्ष जांच करनी चाहिए और दोषियों को सख्त सजा दी जानी चाहिए। साथ ही, समाज को मानसिक स्वास्थ्य के प्रति अधिक संवेदनशील और जागरूक होने की जरूरत है।